उसके बदले उसे एक लाख रुपए और देने होंगे। कुछ दिन बाद दोनों युवक एक युवती को लेकर आए तथा उसे पाली न्यायालय परिसर में एक लाख रुपए लेकर बुलाया। शक होने पर मगाराम ने पुलिस को सूचित कर दिया। मौके पर पहुंच पुलिस ने शंकरलाल कुमावत व दयालचंद को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से शंकरलाल को दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया तथा दयालचंद को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। पुलिस ने बताया कि शंकरलाल की रिश्तेदारी गोडवाड़ क्षेत्र में है। इसके चलते उन्होंने मगाराम को फंसाया।