कुछ ऐसा ही सकारात्मक माहौल नजर आया, जब पत्रिका टीम बांगड़ चिकित्सालय की कोविड ओपीडी में पहुंची। हालांकि, वहां जमीन पर लेटे मरीज बेड मिलने का इंतजार कर रहे थे। पंखे की हवा भी मरीजों को गर्मी से राहत नहीं दे रही थी। बावजूद इसके उनके हौसले में भी कोई कमी नहीं दिखी। इधर, चिकित्साकर्मी भी बेड नहीं मिलने तक गलियारे में ही ऑक्सीजन की व्यवस्था करते नजर आए।
आक्सीजन कंसंट्रेटर बन रहे जीवनदाता
कोविड ओपीडी में लेटे मरीजों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जीवनदाता बने हुए है। पहले यहां स्ट्रेचर पर या व्हील चेयर पर मरीजों को लिटाकर व बैठाकर ऑक्सीजन सिलेण्डर लगाए जा रहे थे। अब मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वहां रख दिए गए है। जिससे उनको ऑक्सीजन जल्द मिले और उनकी जान पर नहीं बने।