मुख्य अतिथि विधायक खुशवीरङ्क्षसह जोजावर ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को रोकना वर्तमान की अपरिहार्य आवश्यकता है और इसे रोकने में सरपंच प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। वे गांवों गोचर भूमि व ओरण में अंग्रेजी बबूल की वृक्षों को जड़ों से नष्ट करके नीम व पीपल सहित छायादार वृक्षारोपण करें। देव आश्रम भगोड़ा के संतोष महाराज ने कहा कि गायों की सेवा पुण्यदायी होती है। पशुपालकों को गायों को बेसहारा नहीं छोडऩा चाहिए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजसमंद दिनेशराय सापेला, वन्नाराम भादरू शेखावास, राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष (भामसं) राजेन्द्रङ्क्षसह राठौड़, महेंद्रसिंह सोढ़ा, शेषाराम बारूपाल, चुन्नीलाल बोस, गुलाबराम बारूपाल, सुखाराम, हीरालाल चितारा, कैलाश नगारची, मोहनलाल भाटी, पूनाराम बालवंशी ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अतिथियों एवं नवनिर्वाचित सरपचों का माला व साफा पहना कर सम्मान किया गया। बालूराम, जब्बरङ्क्षसह, कन्हैयालाल डांगी, रतनलाल, कुपाराम बारूपाल, कालूराम भाटी, जेठाराम, मंजू मेघवाल, दिनेश देवड़ा, संदीप पंडित, भाणाराम, ढगलाराम, प्रभुराम, घीसाराम, जगदीश, घीसाराम, किस्तूरचंद सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
इन सरपंचों का किया सम्मान
हेमलियावास सरपंच जोरावरङ्क्षसह, हिंगोला खुर्द सरपंच गोविंदराम गोयल, कराड़ी सरपंच भंवरलाल सरगरा, रड़ावास सरपंच सम्पत कंवर, धामली सरपंच कंकुदेवी मेघवाल, निम्बली माण्डा सरपंच सम्पत कंवर, चिरपटिया सरपंच उर्मिला मेघवाल, आऊवा सरपंच केसरङ्क्षसह राजपुरोहित, दुदौड़ सरपंच लक्ष्मणराम मेघवाल, कंटालिया सरपंच ममता मेघवाल, बोरनड़ी सरपंच धनङ्क्षसह, राणावास सरपंच दलपतङ्क्षसह, पांचेटिया सरपंच इन्द्रा देवी, चवाडिय़ा सरपंच मूमल कंवर, सारण सरपंच गजेन्द्रसिंह, भगोड़ा सरपंच भंवरङ्क्षसह कारवाड़ा, वासनी जोजावर सरपंच खुशबू चौधरी, बिठौड़ा कलां सरपंच रेखा मेघवाल सहित उपसरपंच व वार्डपंचों का सम्मान किया गया।