दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में पाली के पुराना हाउसिंग बोर्ड निवासी नेमीचंद कवाड़ जैन का परिवार भी चपेट में आ गया। उनकी पत्नी और फिर सबसे बड़े बेटे को हल्का बुखार व खांसी की शिकायत हुई तो लापरवाही नहीं बरती और तत्काल चिकित्सक के पास चले गए। वहां से उपचार लिया, लेकिन सांस में तकलीफ होने लगी तो चिकित्सक की सलाह पर उन्होंने सीटी स्कैन करवाया तो इसकी रिपोर्ट में स्कोर ज्यादा आया। इस पर पत्नी कमला जैन व बड़े बेटे मनोज कुमार को जोधपुर के अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां उनका उपचार करवाया और वहां से स्वस्थ होकर हाल ही में घर लौटे हैं।
परिवार के अन्य सदस्य होम क्वॉरंटीन
इधर, संक्रमित होने की आशंका के चलते परिवार के अन्य सदस्यों की भी रिपोर्ट करवाई तो तीनों बेटे पंकज, अनिल व धीरज, चार बहुएं और छह पौते-पौतियां भी संक्रमित हो गए। इस पर चिकित्सकों की सलाह पर सभी को होम क्वॉरंटीन कर दिया। खास बात ये रही कि परिवार के सदस्यों ने घर पर चिकित्सकों की सलाह से दवाइयां तो ली ही, व्यायाम भी किए। साथ ही ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने के लिए प्रोनिंग का भी अभ्यास किया।
इधर, संक्रमित होने की आशंका के चलते परिवार के अन्य सदस्यों की भी रिपोर्ट करवाई तो तीनों बेटे पंकज, अनिल व धीरज, चार बहुएं और छह पौते-पौतियां भी संक्रमित हो गए। इस पर चिकित्सकों की सलाह पर सभी को होम क्वॉरंटीन कर दिया। खास बात ये रही कि परिवार के सदस्यों ने घर पर चिकित्सकों की सलाह से दवाइयां तो ली ही, व्यायाम भी किए। साथ ही ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने के लिए प्रोनिंग का भी अभ्यास किया।
घर में भी अब मास्क अनिवार्य, आप भी लगाएं
इस कोरोना की महामारी का ही असर रहा कि नेमीचंद का पूरा परिवार अब घर में भी मास्क पहनकर रखता है। इस बारे में नेमीचंद का कहना है कि ये बीमारी खतरनाक है। इससे बचाव जरूरी है। सरकारी गाइड लाइन की पालना करें, लापरवाही नहीं बरतें। हम घर पर भी मास्क लगाकर रखते हैं। आप भी मास्क लगाएं और बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें। तभी ये महामारी हार पाएगी।
इस कोरोना की महामारी का ही असर रहा कि नेमीचंद का पूरा परिवार अब घर में भी मास्क पहनकर रखता है। इस बारे में नेमीचंद का कहना है कि ये बीमारी खतरनाक है। इससे बचाव जरूरी है। सरकारी गाइड लाइन की पालना करें, लापरवाही नहीं बरतें। हम घर पर भी मास्क लगाकर रखते हैं। आप भी मास्क लगाएं और बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें। तभी ये महामारी हार पाएगी।