इसी वैक्सीन की 28 दिन बार दूसरी डोज
जो वैक्सीन पहले दिन वॉरियर्स को लगाई है। उसी की दूसरी डोज चिकित्साकर्मियों को 28 दिन बाद दूसरी बार दी जाएगी। जिले में चिह्नित 14000 हैल्थ वर्कर्स के लिए जयपुर से 17 हजार 180 कोविशील्ड वैक्सीन मिली थी। जिसे सीएमएचओ कार्यालय में पूरी सुरक्षा के साथ फ्रीज में रखवाया गया है।
जो वैक्सीन पहले दिन वॉरियर्स को लगाई है। उसी की दूसरी डोज चिकित्साकर्मियों को 28 दिन बाद दूसरी बार दी जाएगी। जिले में चिह्नित 14000 हैल्थ वर्कर्स के लिए जयपुर से 17 हजार 180 कोविशील्ड वैक्सीन मिली थी। जिसे सीएमएचओ कार्यालय में पूरी सुरक्षा के साथ फ्रीज में रखवाया गया है।
टीकाकरण से पहले जांची व्यवस्था
कोविशील्ड वैक्सीन का पहला टीका लगाने से पहले जिला कलक्टर अंशदीप बांगड़ चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने पुराने आइसालेशन वार्ड में बनाए वैक्सीनेशन सेन्टर पर पहले व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद पीएमओ डॉ. आरपी अरोड़ा की उपस्थिति में टीकाकरण का आगाज करवाया। टीका उन हैल्थ वर्कर्स को ही लगाया गया, जिनका कोविन सॉफ्टवेयर में इन्द्राज किया गया था।
कोविशील्ड वैक्सीन का पहला टीका लगाने से पहले जिला कलक्टर अंशदीप बांगड़ चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने पुराने आइसालेशन वार्ड में बनाए वैक्सीनेशन सेन्टर पर पहले व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद पीएमओ डॉ. आरपी अरोड़ा की उपस्थिति में टीकाकरण का आगाज करवाया। टीका उन हैल्थ वर्कर्स को ही लगाया गया, जिनका कोविन सॉफ्टवेयर में इन्द्राज किया गया था।
खुशी में दिखाया जीत का निशान
वैक्सीनेशन के बाद चिकित्साकर्मियों को कोई तकलीफ नहीं हुई। इस पर उन्होंने ऑबजर्वेशन कक्ष में ही विक्ट्री का निशान बनाकर खुशी का इजहार किया। कई चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने ने टीकाकरण के 15-20 मिनट बाद सेन्टर में ही चाय, कॉफी व बिस्किट का सेवन किया। आब्जर्वेशन कक्ष में वे कम से कम 30 मिनट तक रहे।
वैक्सीनेशन के बाद चिकित्साकर्मियों को कोई तकलीफ नहीं हुई। इस पर उन्होंने ऑबजर्वेशन कक्ष में ही विक्ट्री का निशान बनाकर खुशी का इजहार किया। कई चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने ने टीकाकरण के 15-20 मिनट बाद सेन्टर में ही चाय, कॉफी व बिस्किट का सेवन किया। आब्जर्वेशन कक्ष में वे कम से कम 30 मिनट तक रहे।
इन कारणों से कम रही संख्या
पहले दिन कोविशील्ड वैक्सीन लगाने के लिए जिले के सभी पांच केन्द्रों पर 100-100 का लक्ष्य था, लेकिन एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर के अलावा किसी भी जगह संख्या पूरी नहीं हुई। इसमें पहला कारण चिकित्साकर्मियों में वैक्सीन को लेकर साइड इफेक्ट का डर था। वहीं कई महिलाओं के गर्भवती होने, चिकित्साकर्मियों के वैक्सीन स्थल पर नहीं होने से वे नहीं पहुंचे।
पहले दिन कोविशील्ड वैक्सीन लगाने के लिए जिले के सभी पांच केन्द्रों पर 100-100 का लक्ष्य था, लेकिन एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर के अलावा किसी भी जगह संख्या पूरी नहीं हुई। इसमें पहला कारण चिकित्साकर्मियों में वैक्सीन को लेकर साइड इफेक्ट का डर था। वहीं कई महिलाओं के गर्भवती होने, चिकित्साकर्मियों के वैक्सीन स्थल पर नहीं होने से वे नहीं पहुंचे।
इतने लोगों ने करवाया वैक्सीनेशन
75 जीएनएम ट्रेनिंग सेन्टर पर
70 मेडिकल कॉलेज में
81 बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में
100 एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र पाली पर
99 सोजत उप जिला अस्पताल में इन्होंने लगवाया पहला टीका
डॉ. अरुणा सोलंकी, विभागाध्यक्ष, मेडिकल कॉलेज माइक्रो बायोलॉजी विभाग
डॉ. राजेन्द्र अरोड़ा, पीएमओ, बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय
केसी सैनी, प्रधानाचार्य, एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर पाली
झूमरलाल पालीवाल, प्रधानाचार्य, जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर पाली
डॉ. अनुसूइया हर्ष, पीएमओ, सोजत अस्पताल
75 जीएनएम ट्रेनिंग सेन्टर पर
70 मेडिकल कॉलेज में
81 बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में
100 एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र पाली पर
99 सोजत उप जिला अस्पताल में इन्होंने लगवाया पहला टीका
डॉ. अरुणा सोलंकी, विभागाध्यक्ष, मेडिकल कॉलेज माइक्रो बायोलॉजी विभाग
डॉ. राजेन्द्र अरोड़ा, पीएमओ, बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय
केसी सैनी, प्रधानाचार्य, एएनएम ट्रेनिंग सेन्टर पाली
झूमरलाल पालीवाल, प्रधानाचार्य, जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर पाली
डॉ. अनुसूइया हर्ष, पीएमओ, सोजत अस्पताल