वर्ष 2020 में यह वन्यजीव गणना कोरोना संकट तो वर्ष 2021 में गणना पूर्व हुई बारिश से बने नए जलस्त्रोतों के कारण स्थगित कर दी गई थी। इस बार बुद्धपुर्णिमा पर तय कार्यक्रम अनुसार 16 मई सुबह 8 बजे से 17 मई सुबह 8 बजे तक यह वन्य जीव गणना होगी। गत वर्ष बारिश न्यूनतम व अकाल होने से इस बार कई प्राकृतिक जलस्रोत में पानी नहीं होने से गणना के चिन्हित पेयजलस्रोत घट सकते हैं। अभयारण्य की बोखाडा, कुम्भलगढ़, सादडी, देसूरी व झीलवाड़ा रेंज में विभाग से चिन्हित 153 वॉटर हॉल्स हैं। ये बरसाती पानी के भराव या विभाग द्वारा वन्य जीवों को पेयजल मुहैया करवाने के लिए तैयार किए गए कृत्रिम व प्राकृतिक पेयजल स्रोत हैं। जहां पर वन्य जीव नियमित या यदाकदा पानी पीने पहुंचते हैं। वन्यजीवों के आकलन को लेकर वनविभाग प्रतिवर्ष बुद्ध पूर्णिमा को विभागीय टीम व गणक द्वारा गणना की जाती है।
इन्होंने कहा
बुद्ध पूर्णिमा की चांदनी रात में ही वॉटर सेंसेस पद्धति पर वन्यजीव गणना होती है। पिछले दो साल से कोरोना संकट व गणना पूर्व बारिश के कारण गणना स्थगित की गई। इस साल गणना 16 मई को करना तय है। इसको लेकर वन्य जीवप्रेमी व वनकर्मिकों को सम्भाग स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। - किशनसिंह राणावत, क्षेत्रीय वन अधिकारी, कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य रेंज सादड़ी
विभागीय निर्देशानुसार बुद्धपुर्णिमा को विभागीय कार्मिकों को अक्षांश व देशांतर मानक ङ्क्षबदुओं पर वाटरहॉल्स चिन्हीकरण एवं खाली पेयजल स्रोत को सफाई कर भरवाने के निर्देश दिए हैं। इन जलबिन्दुओं पर वन्यजीवों की आवाजाही सुनिश्चित बन जाए। - भैरूसिंह राठौड़, कार्यवाहक सहायक वन संरक्षक, रेंज देसूरी
इन्होंने कहा
बुद्ध पूर्णिमा की चांदनी रात में ही वॉटर सेंसेस पद्धति पर वन्यजीव गणना होती है। पिछले दो साल से कोरोना संकट व गणना पूर्व बारिश के कारण गणना स्थगित की गई। इस साल गणना 16 मई को करना तय है। इसको लेकर वन्य जीवप्रेमी व वनकर्मिकों को सम्भाग स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। - किशनसिंह राणावत, क्षेत्रीय वन अधिकारी, कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य रेंज सादड़ी
विभागीय निर्देशानुसार बुद्धपुर्णिमा को विभागीय कार्मिकों को अक्षांश व देशांतर मानक ङ्क्षबदुओं पर वाटरहॉल्स चिन्हीकरण एवं खाली पेयजल स्रोत को सफाई कर भरवाने के निर्देश दिए हैं। इन जलबिन्दुओं पर वन्यजीवों की आवाजाही सुनिश्चित बन जाए। - भैरूसिंह राठौड़, कार्यवाहक सहायक वन संरक्षक, रेंज देसूरी