केरल में 48 घंटे में मानसून का प्रवेश
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो केरल में अगले 48 घंटे के भीतर मानसून प्रवेश कर जाएगा और उसके बाद राजस्थान में प्री मानसून की बारिश की संभावना तय की जा सकेगी। बतादें कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते चक्रवाती तूफान की स्थिति बन गई है। यह तूफान अगले तीन से चार दिन तक अरब सागर में ही रहेगा। इसके असर से राजस्थान में 10 जून के बाद मौसम में फिर से परिवर्तन दिखाई देगा। हवाओं की दिशा बदल जाएगी। राजस्थान के अधिकतर इलाकों में फिर से बादल छाने की संभावना है। लेकिन अभी किसी प्रकार के आंधी-तूफान या बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
मानसून की स्थिति पर पड़ेगा असर
अरब सागर में बन रहे सिस्टम के चलते मानसून की गतिविधियों का सिस्टम गड़बड़ा सकता है। मौसम विभाग की माने तो चक्रवाती तूफान चार दिन तक अरब सागर में ही रहेगा और अपना असर दिखाता रहेगा। ऐसे में मानसून का रूख भी वहीं हो जाएगा और मानसून की आगे बढ़ने का सिस्टम गबड़ाएगा। ऐसे में मानसून की रफ्तार धीमी होगी और वह राज्यों पर अपनी मेहर बरसाने में देरी करेगा। राजस्थान में इस जून के अंतिम सप्ताह के दौरान मानसून की झमाझम बारिश की संभावना जताई जा रही है।
20 जिलों में आंधी 8 जून को
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो राजस्थान में आठ मई को अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनूं, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सीकर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर और श्रीगंगानगर में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।