इस सडक़ के मौजूदा हालात की बात करें तो यहां पांच किलोमीटर की दूरी में सैकड़ों गड्ढे हो चुके हैं। जो दुपहिया वाहन चालकों के लिए हादसे का कारण बन रहे हैं। लवाचा के ग्रामीणों ने इसे लेकर कई बार शिकायत की लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है।
नियमों की बात करें तो सार्वजनिक निर्माण विभाग जिस फर्म को वर्क ऑर्डर देती है उसे निर्माण पूरा होने के बाद भी पूरा भुगतान नहीं करती है। तीन साल का गांरटी पीरियड होता है। इस अवधि में सडक़ टूट जाती है तो उसी फर्म से मरम्मत करवानी होती है। यदि वह फर्म मरम्मत नहीं करती है तो उस फर्म का रोका गया कुछ भुगतान महकमे द्वारा उपयोग में लेकर अपने स्तर पर मरम्मत करानी होती है। इस सडक़ की मरम्मत व घटिया निर्माण की कार्रवाई के प्रति महकमे के जिम्मेदार मौन हैं।
फर्म का कुछ भुगतान रोक रखा है। हम फर्म मालिक को नोटिस देकर मरम्मत कराएंगे। यदि निर्माण में गडबड़ी है तो उसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे। –नवीन आचार्य, एइएन, पीडब्ल्यूडी, रायपुर