प्रधानमंत्री ने कहा जो चाहे वही रुक जाए 21 दिनों के लिए। बावजूद इसके राज्य एवं राज्य के बाहर से अपने घर आने वालों की संख्या बढ़ रही है। फैक्ट्री मालिकों के लॉक डाउन के बाद श्रमिक व लोग कोई साधन मिला तो ठीक वरना पैदल ही घरों की ओर रवाना हो गए।
क्षेत्र में हैदराबाद, महाराष्ट्र, सूरत, राजकोट, अहमदाबाद, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से लोग टेंपो-टैक्सी आदि से पहुंच रहे हैं। दुपहिया वाहनों से लोग गुजरात से पहुंच गए हैं। बीती देर रात तक लोगों का राजमार्ग से गुजरना लगा रहा। हालांकि उनको पूछने पर कुछ तो स्क्रीनिंग की बात करते हैं। कुछ बिना बताए आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे में चिकित्सा कार्मिक भी इनकी स्क्रीनिंग नहीं कर पा रहे हैं। पता चलने पर यह काफी दूर निकल जाते हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी राजबंधु बिड़ला ने बताया कि चिकित्सालय प्रशासन को जानकारी मिलते ही चिकित्साकर्मी बाहर से आने वालों के घर पहुंच उनकी स्क्रीनिंग कर रहे हैं। अब तक सैकड़ों लोग बाहर से आए हैं। चिकित्सालय पहुंचते ही बाहर से आने वाले व्यक्ति के आगमन स्थान राज्य रूट आदि की जानकारी लेकर स्क्रीनिंग की जा रही है। साथ ही उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर आवश्यक हिदायत दी जा रही है।
सरपंच दिव्या कुमारी एवं मोहराई सरपंच देवीसिंह राजपुरोहित का कहना है कि क्षेत्र में बाहर से आने वाले प्रवासी बंधुओं की जानकारी आस-पड़ोस के लोग तुरंत प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायत तक पहुंचाए। ऐसी महामारी को रोकने में सब को सहयोग करना चाहिए, ताकि उनका समय पर स्वास्थ्य परीक्षण हो सके।