जानकारी के अनुसार धन्नाराम पुत्र राणाराम कालबेलिया जोगी निवासी बिरामी ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि मेरे पिताजी राणाराम पुत्र केसाराम जाति कालबेलिया उम्र 61 वर्ष निवासी बिरामी हमेशा की तरह देर शाम को खेती का कामकाज निपटा कर घर पर आ रहे थे। आकदडा गांव की सरहद पर स्थित नमस्ते होटल के पास फोरलेन हाइवे पर अचानक एक आवारा पशु दौड़ता-भागता हुआ आया तथा मेरे पिताजी राणाराम को चपेट में ले लिया। जिससें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना के बाद सांडेराव थानाधिकारी सरजिल मलिक मय पुलिस दल के मौके पर पहुंच स्थिति से अवगत होकर घायल अधेड़ को हाइवे की एम्बुलेंस से साण्डेराव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जा रहे थे कि घायल ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को सांडेराव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की मोर्रची में रखवाया। बुधवार सुबह मृतक के परिजनों के आने के बाद उसका पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
खेत में आग लगने से लकडियां और बाड जली
सुमेरपुर। जवाईबांध क्षेत्र में एक खेत में अज्ञात कारणों से आग लग गई। इससे बाड व लकडि़यां जलकर राख हो गई। जानकारी के अनुसार जवाईबांध ग्राम पंचायत के बलवना निवासी दशरथसिंह देवड़ा का खेत जवाईबांध क्षेत्र में रेलवे की पुरानी फाटक के पास िस्थत है। दोपहर को अचानक खेत से धुआं उठने लगा। आग की लपटें देख लोग मौके पर पहुंचे। अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन आग धीेरे-धीरे विकराल होने लगी। मौके पर मौजूद हडमतसिंह देवड़ा ने सुमेरपुर नगरपालिका की दमकल को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल के कार्मिकों ने आग बुझाने के जतन शुरू किए। आखिर आग पर काबू पाया। तब तक लकडियां व बाड पूरी तरह जल चुके थे।
सुमेरपुर। जवाईबांध क्षेत्र में एक खेत में अज्ञात कारणों से आग लग गई। इससे बाड व लकडि़यां जलकर राख हो गई। जानकारी के अनुसार जवाईबांध ग्राम पंचायत के बलवना निवासी दशरथसिंह देवड़ा का खेत जवाईबांध क्षेत्र में रेलवे की पुरानी फाटक के पास िस्थत है। दोपहर को अचानक खेत से धुआं उठने लगा। आग की लपटें देख लोग मौके पर पहुंचे। अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन आग धीेरे-धीरे विकराल होने लगी। मौके पर मौजूद हडमतसिंह देवड़ा ने सुमेरपुर नगरपालिका की दमकल को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल के कार्मिकों ने आग बुझाने के जतन शुरू किए। आखिर आग पर काबू पाया। तब तक लकडियां व बाड पूरी तरह जल चुके थे।