बैठक के दौरान सांसद चौधरी ने कहा कि सरकारी अधिकारी संवेदनशील होकर काम करें और योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि जिले में जहां-जहां कंटीली झाडिय़ां सडक़ों के किनारे व गोचर क्षेत्र में हो उन्हें हटाया जाए।
गोचर व ओरण भूमि पर अनुपयोगी झाडिय़ों को हटाकर वहां फलदार वृक्ष एवं घास लगाने की व्यवस्था करें। मॉडल तालाब, खेल मैदान, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, पेंशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, ग्राम पंचायत में इन्टरनेट कनेक्शन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, चिकित्सा, विद्युत, पेयजल, नेशनल व स्टेट हाइवे, आपदा प्रबंधन, समर्थन मूल्य पर जिन्स की खरीद आदि के बारे में व्यापक विचार विमर्श कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए।जिला कलक्टर अंश दीप ने जिले में चल रही केन्द्रीय परिवर्तित योजनाओं की जानकारी दी। बैठक में कई जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र की समस्याएं उठाई।
ये भी निर्देश
-अंग्रेजी बबूल को जड़ से हटाया जाए। चारागाहों का विकास करें। ग्राम स्तर पर कमेटियां बनाएं।
-मनरेगा के तहत ग्रेवल सडक़ के कार्य भी स्वीकृत किए जाए।
-सभी जिला अधिकारी अपने विभाग द्वारा स्वीकृत कार्यों को निर्धारित अवधि में पूरा करें।
-गुणवत्ता की कमी से टूटी सडक़ों की दोबारा मरम्मतर कराएं।
-रेलवे अण्डरपास में पानी भरने की समस्या का समाधान किया जाए।
-जिले में पेयजल की नियमित आपूर्ति की जाए। रोहट के गांवों में पेयजल समस्या का स्थायी समाधान किया जाए।
-अंग्रेजी बबूल को जड़ से हटाया जाए। चारागाहों का विकास करें। ग्राम स्तर पर कमेटियां बनाएं।
-मनरेगा के तहत ग्रेवल सडक़ के कार्य भी स्वीकृत किए जाए।
-सभी जिला अधिकारी अपने विभाग द्वारा स्वीकृत कार्यों को निर्धारित अवधि में पूरा करें।
-गुणवत्ता की कमी से टूटी सडक़ों की दोबारा मरम्मतर कराएं।
-रेलवे अण्डरपास में पानी भरने की समस्या का समाधान किया जाए।
-जिले में पेयजल की नियमित आपूर्ति की जाए। रोहट के गांवों में पेयजल समस्या का स्थायी समाधान किया जाए।