मेडिकल कॉलेज पाली के प्रिंसिपल डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि यह एक जटिल सर्जरी थी। जिसके लिए अब तक लोगों को जोधपुर या बड़े सेन्टर पर जाना पड़ता था। यह सर्जरी अब पाली में ही सफल रूप से की गई है। ऐसी सर्जरी पाली में पहले नहीं होती थी। पाली में यह ऑपरेशन भी आपातकालीन परिस्थिति और जटिल होने के बावजूद किया गया है।
किसी भी व्यक्ति के पेट आदि का दर्द होने पर उसे तुरन्त सर्जन चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए। उससे ही उपचार करवाना चाहिए। दर्द को गोला, पेचूटी या धरण आदि समझकर मालिश नहीं करवानी चाहिए। ऐसा करने से तिल्ली फट सकती है। एपेन्डिक्स फट सकती है। आंतों की झिल्ली फट सकती है। इस पर मरीज की जान पर खतरा आ सकता है। -डॉ. प्रभु दयाल, असिस्टेंट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग, मेडिकल कॉलेज