पिंडवाड़ा आबू क्षेत्र के विधायक समाराम गरासिया को उनके नामांकन में प्रस्तावक के लिए दिल्ली बुलाया गया। गरासिया कहते हैं उन्हें विश्वास है कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू भारी मतों से जीतेंगी। जो आदिवासियों का सपना था, वो अवश्य पूरा होगा। उनकी जीत प्रत्येक आदिवासी की जीत होगी।
देश के सर्वोच्च पद पर किसी आदिवासी महिला को बैठाने का सपना देखना ही बहुत बड़ी बात है।आदिवासी महिला को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर सिद्ध कर दिया है कि देश में आदिवासी क्षेत्र में भी प्रतिभा है। इसका सम्मान होना चाहिए। – रिंकू कुमारी गरासिया, सरपंच, ग्राम पंचायत ठंडी बेरी, बाली
बाली पंचायत समिति ही नहीं पूरे देश के आदिवासियों में खुशी की लहर है। आदिवासी क्षेत्र की महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी। वे भारी मतों से जीत कर राष्ट्रपति बनें यही हमारा सपना है। इससे हमारे क्षेत्र में भी लोगों को विश्वास बढ़ेगा। –तेजी बाई गरासिया, सरपंच, ग्राम पंचायत कुंडाल, बाली
एनडीए सरकार के शासन में देश के सवोज़्च्च पद पर आदिवासी महिला को बैठाने का जो प्रस्ताव लिया है, देश के प्रत्येक क्षेत्र के आदिवासी के लिए गौरव की बात है। राष्ट्रपति पद पर जीत कर आदिवासी महिला राष्ट्रपति भवन में बैठेगी, यह हमारा विश्वास है। –पानरी देवी गरासिया, प्रधान, पंचायत समिति, बाली
भाजपा के शासन में हमेशा आदिवासी क्षेत्रवासियों का सम्मान बढ़ा है। पार्टी के सकारात्मक सोच के कारण आदिवासी महिला आज राष्ट्रपति भवन में जाएगी। –सामताराम गरासिया, पूर्व प्रधान, बाली गौरव की बात है
आदिवासी क्षेत्र की महिला को आबू पिंडवाड़ा के विधायक के प्रस्ताव के आधार पर राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया। यह हमारे लिए गौरव की बात है। –कन्या गरासिया, पंचायत समिति सदस्य, बाली