दूषित व मटमेला पानी भी चलेगा, मजबूरी
पाली मुख्यालय के निकट रूपावास राऊ नगर में एक गड्डे में मटमेला पानी पिछले कई दिनों से भरा है। गांव में दूसरी जगह पानी नहीं है। ऐसे में ग्रामीण सभी परवाह छोड़ इसी पानी को पीने व जुटाने में जुट गए हैं। यहां भीड़ रहती है। इस पानी पीने से शरीर में क्या दुष्परिणाम होंगे, यह पता नहीं है, लेकिन ऐसा पानी पीना उनकी मजबूरी है। क्याेंकि गांव में दूसरी जगह पानी नहीं है।
पाली मुख्यालय के निकट रूपावास राऊ नगर में एक गड्डे में मटमेला पानी पिछले कई दिनों से भरा है। गांव में दूसरी जगह पानी नहीं है। ऐसे में ग्रामीण सभी परवाह छोड़ इसी पानी को पीने व जुटाने में जुट गए हैं। यहां भीड़ रहती है। इस पानी पीने से शरीर में क्या दुष्परिणाम होंगे, यह पता नहीं है, लेकिन ऐसा पानी पीना उनकी मजबूरी है। क्याेंकि गांव में दूसरी जगह पानी नहीं है।
पानी के लिए झगड़ा, माहौल खराब होने की नौबत
गिरादड़ा, रूपावास, राऊ नगर, भाटो की ढाणी, मुलियावास, दयालपुरा, गुरड़ाई, भांवरी सहित आसपास के गांवों में पानी की भारी किल्लत है। यहां पानी के लिए आए दिन ग्रामीणों में झगड़े हो रहे हैं, इससे माहौल भी खराब हो रहा है। जलदाय विभाग की ओर से गिरादड़ा सहित आसपास के गांवों में आठ दिन से पानी आता है, वह भी आधे घंटे ही, ऐसे में पानी भरने के लिए जीएलआर पर झगड़े होते है।
गिरादड़ा, रूपावास, राऊ नगर, भाटो की ढाणी, मुलियावास, दयालपुरा, गुरड़ाई, भांवरी सहित आसपास के गांवों में पानी की भारी किल्लत है। यहां पानी के लिए आए दिन ग्रामीणों में झगड़े हो रहे हैं, इससे माहौल भी खराब हो रहा है। जलदाय विभाग की ओर से गिरादड़ा सहित आसपास के गांवों में आठ दिन से पानी आता है, वह भी आधे घंटे ही, ऐसे में पानी भरने के लिए जीएलआर पर झगड़े होते है।