यह बांध जलदाय विभाग के लिए पेयजल का मुख्य स्रोत है। जलदाय विभाग के लगभग सभी कुएं बांध के नीचे स्थित हैं। जो बांध के पानी से रिचार्ज होते हैं। जबकि इस बांध से कभी नाडोल, नारलाई घाणेराव, देसूरी में पानी की सप्लाई होती थी। मगर नाडोल एवं नारलाई में घोडाबांध से पानी की सप्लाई शुरू करने के बाद इस बांध से पानी की सप्लाई देसूरी और घाणेराव में होती है। इस बार अभयारण्य क्षेत्र में कम बरसात होने के कारण बांध में पानी की आवक नहीं के बराबर हुई है। यह बांध पेयजल का मुख्य स्रोत है। बांध में पानी कम होने के कारण देसूरी में 72 घंटों से पानी की सप्लाई बरसात के मौसम में भी हो रही है। बांध में पानी नहीं होने से आने वाले महिनों में कई गांवों में पानी का संकट खड़ा हो जाएगा। घोड़ाधड़ बांध में भी पानी की आवक नहीं होने से उसमें भी कम पानी की बचा है। ऐसे में नारलाई, नाडोल में पानी की सप्लाई सेलीनाल बांध से करनी पड़ेगी। जबकि बांध में पहले से ही पानी कम ही बचा है। बांध में पानी नहीं होने जलदाय विभाग के अधिकारी अभी से ही चिंतित नजर आ रहे हैं।
8 वर्षों से हो रहा ओवर लो, इस साल खाली
सेलीनाल बांध पेयजल का मु य स्रोत है।यह बांध अरावली की तहलटी में स्थित है। अभयारण्य में बरसात होते ही इस बांध में पानी की आवक शुरू हो जाती है। 2010 से 2017 तक लगातार आठ वर्षो से यह बांध ओवर लो हो रहा है।वर्तमान में इस बांध में 1.50 फीट पानी है।
सेलीनाल बांध पेयजल का मु य स्रोत है।यह बांध अरावली की तहलटी में स्थित है। अभयारण्य में बरसात होते ही इस बांध में पानी की आवक शुरू हो जाती है। 2010 से 2017 तक लगातार आठ वर्षो से यह बांध ओवर लो हो रहा है।वर्तमान में इस बांध में 1.50 फीट पानी है।
आठ फीट से अधिक पानी रखा जाता है आरक्षित
गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पर्याप्त पानी पेयजल के रूप में मिले इसको लेकर हर वर्ष बांध में जलदाय विभाग द्वारा आठ फीट से अधिक पानी पेयजल के लिए आरक्षित रखा जाता है। इसके लिए बकायादा जलदाय विभाग द्वारा जलसंसाधन विभाग को राशि दी जाती है।
गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पर्याप्त पानी पेयजल के रूप में मिले इसको लेकर हर वर्ष बांध में जलदाय विभाग द्वारा आठ फीट से अधिक पानी पेयजल के लिए आरक्षित रखा जाता है। इसके लिए बकायादा जलदाय विभाग द्वारा जलसंसाधन विभाग को राशि दी जाती है।
कुछ माह का पानी
सिंचाई और पेयजल का मु य स्रोत सेलीनाल बांध में इस बार कम बरसात के कारण पानी की आवक नहीं होने से वर्तमान में बांध में मात्र 1.50 फीट पानी है। जो मात्र कुछ माह ही चल पाएगा। -ताराराम गहलोत, सहायक अभियंता, जलसंसाधन विभाग, बाली
सिंचाई और पेयजल का मु य स्रोत सेलीनाल बांध में इस बार कम बरसात के कारण पानी की आवक नहीं होने से वर्तमान में बांध में मात्र 1.50 फीट पानी है। जो मात्र कुछ माह ही चल पाएगा। -ताराराम गहलोत, सहायक अभियंता, जलसंसाधन विभाग, बाली
होगी समस्या
सेलीनाल बांध पेयजल का मुख्य स्रोत है। ऐसे में बांध में पानी की आवक नहीं होने से बांध खाली रह गया है। ऐसे में आने वाले महिनों में पानी की भारी किल्लत हो जाएगी। इसके कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी होगी। -महेश कुमार, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, देसूरी
सेलीनाल बांध पेयजल का मुख्य स्रोत है। ऐसे में बांध में पानी की आवक नहीं होने से बांध खाली रह गया है। ऐसे में आने वाले महिनों में पानी की भारी किल्लत हो जाएगी। इसके कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी होगी। -महेश कुमार, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, देसूरी