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PICS :पानी की कमी के चलते होने लगी पेयजल किल्लत

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Published: May 26, 2019 07:53:22 pm
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गर्मी का मौसम आते ही जिले के कई गांवों में पेयजल की किल्लत होने लगी है। जिले में पिछले साल बारिश कम होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। जलदाय विभाग की और से सही मोनिटरीग और देखरेख के अभाव के चलते यह समस्या और भी बड़ी बनी हुई है। शहर से 30 किलो मीटर दूर भांवरी गांव का हाल भी कुछ एसा ही है। यहां चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई होने के कारण गांव के जीएलआर पर महिलाओं की पानी भरने के लिए भारी भीड़ रहती है।

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गर्मी का मौसम आते ही जिले के कई गांवों में पेयजल की किल्लत होने लगी है। जिले में पिछले साल बारिश कम होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। जलदाय विभाग की और से सही मोनिटरीग और देखरेख के अभाव के चलते यह समस्या और भी बड़ी बनी हुई है। शहर से 30 किलो मीटर दूर भांवरी गांव का हाल भी कुछ एसा ही है। यहां चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई होने के कारण गांव के जीएलआर पर महिलाओं की पानी भरने के लिए भारी भीड़ रहती है।

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गर्मी का मौसम आते ही जिले के कई गांवों में पेयजल की किल्लत होने लगी है। जिले में पिछले साल बारिश कम होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। जलदाय विभाग की और से सही मोनिटरीग और देखरेख के अभाव के चलते यह समस्या और भी बड़ी बनी हुई है। शहर से 30 किलो मीटर दूर भांवरी गांव का हाल भी कुछ एसा ही है। यहां चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई होने के कारण गांव के जीएलआर पर महिलाओं की पानी भरने के लिए भारी भीड़ रहती है।

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गर्मी का मौसम आते ही जिले के कई गांवों में पेयजल की किल्लत होने लगी है। जिले में पिछले साल बारिश कम होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। जलदाय विभाग की और से सही मोनिटरीग और देखरेख के अभाव के चलते यह समस्या और भी बड़ी बनी हुई है। शहर से 30 किलो मीटर दूर भांवरी गांव का हाल भी कुछ एसा ही है। यहां चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई होने के कारण गांव के जीएलआर पर महिलाओं की पानी भरने के लिए भारी भीड़ रहती है।

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गर्मी का मौसम आते ही जिले के कई गांवों में पेयजल की किल्लत होने लगी है। जिले में पिछले साल बारिश कम होने के कारण भी यह समस्या बनी हुई है। जलदाय विभाग की और से सही मोनिटरीग और देखरेख के अभाव के चलते यह समस्या और भी बड़ी बनी हुई है। शहर से 30 किलो मीटर दूर भांवरी गांव का हाल भी कुछ एसा ही है। यहां चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई होने के कारण गांव के जीएलआर पर महिलाओं की पानी भरने के लिए भारी भीड़ रहती है।

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