फोरलेन पर रायपुर टोल नाके के पास चार दूध के टैंकर खड़े थे। दो-दो टैंकर चालक समूह के रूप में भोजन पकाते नजर आए। स्टोव पर चालक रोटी पका रहा था तो खलासी दाल का तडक़ा दे रहा था। इन टैंकरों में गुजरात के पालनपुर से दूध भरा गया था। जिससे यह हरियाणा व दिल्ली सप्लाई करने ले जा रहे हैं।
इन टैंकर चालकों ने बताया कि जब भी भूख लगती है तो टैंकर को सडक़ किनारे खड़ा कर रसोई शुरू कर देते हैं। इस बीच अन्य वाहन चालक अगर वहां आकर रुकता है और भोजन मांगता है तो वह उसे भी खाना बनाकर खिलाने में इंकार नहीं करते हैं।
कभी हरी सब्जी नहीं मिलती है तो यह रोटी पका कर प्याज के साथ ही खा लेते हैं। उन्होंने बताया कि होटल व ढाबे बंद रहने से परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन लॉग डाउन का निर्णय देश की जनता के हित में है। वह इस निर्णय का स्वागत करते हुए परेशानी का सहज रुप से सामना कर लेते हैं।