महिलाओं का कहना था कि राजनीतिक पार्टियां राशन वितरण में भेदभाव करवा रही है। वे जरूरतमंद है। इसके बावजूद अब तक उनके पास सामग्री नहीं पहुंची है। महिलाओं का आरोप था कि उनके मोहल्लों में आज तक किसी ने राशन सामग्री वितरित नहीं की है। लॉक डाउन के कारण अब उनके घर में चूल्हा जलाना तक मुश्किल हो गया है। इसके बाद महिलाए उपखंड कार्यालय पहुंची। वहां एक कार्मिक ने उनके नाम व मोबाइल नम्बर लिए। जिससे खाद्य सामग्री पहुंचाई जा सके।
जो पात्र नहीं वे भी मांग रहे
इधर, शहर में कई ऐसे लोग भी है जो उचित मूल्य की दुकानों से सामग्री लेने के पात्र नहीं है। वे भी जिला रसद अधिकारी कार्यालय पहुंचकर राशन मांग रहे हैं। इधर, मेघवालों की सोसायटी में वितरित हो रहे राशन को लेकर भी लोगों ने आरोप लगाए है। उस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पॉश मशीन पर अंगूठा नहीं लगाने का आदेश होने पर भी उनसे लगवाया जा रहा है।
इधर, शहर में कई ऐसे लोग भी है जो उचित मूल्य की दुकानों से सामग्री लेने के पात्र नहीं है। वे भी जिला रसद अधिकारी कार्यालय पहुंचकर राशन मांग रहे हैं। इधर, मेघवालों की सोसायटी में वितरित हो रहे राशन को लेकर भी लोगों ने आरोप लगाए है। उस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पॉश मशीन पर अंगूठा नहीं लगाने का आदेश होने पर भी उनसे लगवाया जा रहा है।