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Farmer suicide : जालोर के एक किसान को बैंक ने ऋण चुकाने के लिए प्रताडि़त किया, किसान ने मौत को गले लगाया

किसान ने टे्रन के आगे कूद कर दे दी जान

पालीJun 05, 2019 / 07:20 pm

rajendra denok

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पाली. जालोर जिले के भागली सिंधलान गांव के एक किसान ने मंगलवार शाम को जागनाथ स्टेशन के नजदीक टे्रन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि बकाया ऋण पर बैंक प्रशासन द्वारा बार बार परेशान किए जाने से आहत होकर किसान ने आत्महत्या की। गटूसिंह की पारिवारिक स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं थी। उसके एक 10 साल का पुत्र और 8 साल की पुत्री है।
मृतक गटूसिंह के श्रवणसिंह ने बागरा थाने में रिपोर्ट पेश की है। इसमें आरोप लगाया कि गटूसिंह को बकाया ऋण को लेकर बार बार प्रताडि़त किया जा रहा था। इसी सिलसिले में मंगलवार को बैंक स्टाफ गटूसिंह के घर पहुंचा था और शाम को गटूसिंह ने मौत को गले लगा दिया।
बैंक प्रशासन का इस मामले में कहना है कि मंगलवार को वे उसके घर जरुर गए थे, लेकिन गटूसिंह घर पर नहीं मिला।

ट्रेक्टर के लिए लिया था ऋण

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से गटूसिंह पुत्र पहाड़सिंह राजपूत ने 27 नवंबर 2015 को टै्रक्टर खरीद के लिए 2 लाख 95 हजार का कृषि ऋण लिया था। यह राशि बकाया चल रही थी। आरोप है कि बैंक स्टाफ बार बार उसे परेशान कर रहा था। इसी सिलसिले में बैंक स्टाफ अंतिम बार 10 अपे्रल 2019 को गटूसिंह से मिला था और उसे अंतिम नोटिस जारी किया गया था। जिसमें गटूसिंह की कुल बकाया राशि ब्याज सहित 3 लाख 96 हजार 93 रुपए बताई गई थी।
जो ट्रैक्टर खरीदा, उसी को लेकर गया मौत को गले लगाने
खेती-किसानी का काम करने वाले गटूसिंह ने वर्ष 2015 में टै्रक्टर खरीदा था। मंगलवार को टे्रन के आगे उसने कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए गटूसिंह अपने ट्रेक्टर पर ही पहुंचा था और ट्रेक्टर को एक तरफ खड़ा करने के बाद ट्रेन के आगे कूद गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इनका कहना है

मंगलवार को मुख्य प्रबंधक समेत हम भागली गए थे। इस दौरान गटूसिंह नहीं मिला, परिजनों से बातचीत हुई थी। उसने वर्ष 2015 में कृषि ऋण लिया था, जिसका बकाया था। उससे संबंधित दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने गए थे। उसकी मौत की जानकारी नहीं है।
विरेंद्र कुमार, बैंक कार्मिक

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