पाली

किसानों को आधा-अधूरा ऋण, फसल बुवाई का संकट

– किसान क्रेडिट कार्ड [ Kisan credit card ] पर नहीं मिल रहा पूरा ऋण- सेठ-साहूकारों के चंगुल में फंसने को मजबूर किसान

पालीJul 04, 2020 / 03:01 pm

Suresh Hemnani

किसानों को आधा-अधूरा ऋण, फसल बुवाई का संकट

पाली। कोरोना से जूझ रहे मारवाड़ के इलाके में किसान अब खुद को संभालने के लिए खेतों की ओर रुख कर चुके हैं। लेकिन, ऋण की प्रक्रिया में उलझने से खरीफ की बुवाई पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक से फसली ऋण पूरा नहीं मिल रहा है। आधा अधूरा ही ऋण मिलने से किसान पशोपेश में है। इधर, आर्थिक संकट से घिर रहे किसान अब सेठ-साहूकारों से ऋण लेने को मजबूर हो रहे हैं।
दी पाली सेन्ट्रल को- ऑपरेटिव बैंक ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को ऋण का वितरण करती है। जिले भर में ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 60 हजार 725 किसानों का रजिस्ट्रेशन हो रखा है। बैंक ने अभी तक जिले में 50 हजार किसानों को एक करोड़ 70 लाख रुपए का खरीफ फसली ऋण दे दिया है। बैंक को 225 करोड़ रुपए फसली ऋण वितरण का लक्ष्य है। बैंक अधिकारियों के मुताबिक किसानों को खरीफ फसली ऋण दिया जा रहा है। किसानों को 31 जुलाई तक फसली ऋण दिया जाएगा।
ऋण की सीमा घटाई
ऋण माफी से पहले जिन किसानों की किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा एक लाख 50 हजार रुपए थी। उन किसानों की ऋण माफी के बाद सीमा 78 हजार 125 रुपए कर दी गई। ऋण माफी के बाद बैंक ने किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा घटा कर आधी कर दी। इधर, ऋण माफी योजना का पैसा भी बैंक को सरकार से अभी तक पूरा मिला नहीं है। इस कारण से बैंक को किसानों को पूरा ऋण देने में परेशानी आ रही है।
पूरा ऋण नहीं मिला
किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा 40 हजार रुपए की है। लेकिन इस बार खरीफ फसल बुवाइ के लिए 25 हजार रुपए का ही ऋण मिला है। रुपए पूरा नहीं मिलने के कारण फसल बुवाई में परेशानी आ रही है। –मिश्रीलाल, किसान, बढ़ेरवास
ऋण की सीमा घटाई
किसानों के ऋण माफी के बाद किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा घटाई गई है। ऋण माफी का बैंक को अभी तक पूरा रुपए नहीं मिला है। इस कारण किसानों की जितनी लिमिट बनी हुई है, उतना ऋण नहीं दिया जा रहा है। –छोगाराम चौधरी, सीनियर बैंक मैनेजर, पीसीसीबी, पाली।
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