जिले भर में खरीफ 2019 में 90 हजार 134 किसानों ने फसल बीमा करवाया था। किसानों ने 5 करोड़ 62 लाख 72 हजार 674 बीमा प्रीमियम भी जमा करवा था। अभी तक 41 हजार 154 किसानों को 57 करोड़ 76 लाख 93 हजार रुपए का क्लेम तो मिल गया है। लेकिन, अभी भी करीब जिले भर में 20 हजार किसानों को फसल क्लेम का इंतजार है।
वर्ष 2019 में अतिवृष्टि में खरीफ की मूंग, तिल, ग्वार, बाजरा व ज्वार सहित अन्य फसलें पूरी तरह से खराब हो गई थी। किसानों को फसल का एक दाना भी हाथ नहीं लगा था। पाली व रोहट क्षेत्र के किसानों को अतिवृष्टि में ज्यादा नुकसान हुआ था।
डेंडा, कूरणा व बाला गांव के आधे किसानों को खरीफ फसल बीमा क्लेम मिल चुका है। लेकिन, दर्जनों गांव के किसानों को अभी तक खरीफ फसल बीमा क्लेम नहीं मिला है। इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारी भी सही जवाब नहीं दे रहे है। किसान बैंक व जिला कलक्टर कार्यालय के चक्कर काट कर थक चुका है। –दिलीपसिंह, सरपंच डेंडा
जिन किसानों को खरीफ फसल बीमा क्लेम नहीं मिला है। इस बारे में इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारी को बुलवा कर बैठक लेंगे। किसानों को क्लेम क्यों नहीं दिया जा रहा है। इसका कारण जानेंगे। साथ ही किसानों को जल्द ही क्लेम दिलवाने के प्रयास करेंगे। –शंकराराम बेड़ा, उपनिदेशक, कृषि विभाग विस्तार पाली