पाली शहर में चालीस हजार से अधिक पानी के उपभोक्ता है। जिनके घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है। इनमें से कुछ व्यावसायिक कनेक्शन भी है। जिनका बिल घरेलू बिलों की तुलना में काफी अधिक आया है। घरेलू बिल भी 500 रुपए से अधिक के दिए गए है।
बिल का नहीं हो सका टेंडर
जलदाय विभाग की ओर से शहर में बिजली के बिल ठेका देकर बंटवाए जाते है। यह ठेका एक वर्ष के लिए किया जाता है। इसका ठेका समाप्त होने से पहले अक्टूबर तक के बिल जलदाय विभाग की ओर से बांट दिए गए थे। इसके बाद टेंडर निकाला, लेकिन कोई ठेकेदार बांटने को तैयार नहीं हुआ। टेंडर नहीं होने के कारण नवम्बर से जनवरी तक टेंडर नहीं हुए। जब टेंडर हुआ तो फरवरी आ गया। इस पर विभाग ने एक साथ नवम्बर से फरवरी तक के बड़ी राशि के बिल बनाकर उपभोक्ताओं को थमा दिए।
पहले भी आई थी समस्या
जलदाय विभाग की ऐसी ही लापवाही कुछ समय पहले भी आई थी। उस समय बिल बांटने वाले तो थे, लेकिन बिल प्रिंट करने का ठेका नहीं हुआ था। उस समय भी काफी जद्दोजहद के बाद टेंडर किया गया था और चार माह का बिल एक साथ उपभोक्ताओं को दिया गया था।
इस बार समस्या आई
पानी के बिल बांटने में इस बार समस्या आई है। इस कारण एक साथ चार माह का बिल दिया गया है। अब पानी के बिल बांटने का टेंडर होने से समस्या नहीं आएगी। गोपालसिंह, टीए, जलदाय विभाग, पाली