जलदाय विभाग की ओर से उपभोक्ताओं को दो-दो माह का बिल देना होता है, लेकिन विभाग समय पर बिल नहीं बनवा पा रहा है। ऐसे में इस बार चार माह का बिल (मई से अगस्त तक) एक साथ दिया गया। जिससे उपभोक्ताओं पर दिवाली से पहले आर्थिक बोझ बढ़ा है। इसके बाद विभाग समय पर बिल भी नहीं बांट पाया।
यह तय की थी तिथियां
यह तय की थी तिथियां
जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी विभाग की सहायक अभियन्ता शोभा कुमारी ने बताया कि मई से अगस्त तक चार माह के बिल भुगतान की संशोधित अन्तिम तिथि 6 से 8 अक्टूबर व 12 से 14 अक्टूबर नियत थी। इन निर्धारित तिथियों तक बिल वितरण नहीं होने जल शुल्क जमा करने की अन्तिम तिथि 22 अक्टूबर की गई है।
गांव में व्यर्थ बह रहा पानी पाली. जिले में जल संकट गहराया हुआ है। इसके बावजूद जलदाय विभाग व ग्राम पंचायतों की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। रोहट पंचायत समिति के ढाबर गांव में पिछले कई दिनों से पानी की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। इस कारण पानी व्यर्थ बह रहा है। पानी के बहाव के कारण सड़क पर कीचड़ फैल रहा है। दूसरी तरह गांव के कई क्षेत्रों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति तक नहीं हो रही है। इससे ग्रामीणों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है।