जरूरत तो चिकित्सक से उपचार की थी
अब तक यहां जाटों गुड़ा से अमेश पुत्र बाबूलाल जाट, राजपुरा की आस्था व प्रसूता सन्तोष के नवजात को डाम लगाने के बाद हालत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। ये उपचाराधीन हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्रसिंह राठौड़ बताते हैं कि ये सभी नवजात न्यूमोनिया (श्वास)व सेप्सिस रोगग्रस्त हैं। जिन्हें दाजना की बजाय कुशल चिकित्सक से उपचार की जरूरत है।
अब तक यहां जाटों गुड़ा से अमेश पुत्र बाबूलाल जाट, राजपुरा की आस्था व प्रसूता सन्तोष के नवजात को डाम लगाने के बाद हालत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। ये उपचाराधीन हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्रसिंह राठौड़ बताते हैं कि ये सभी नवजात न्यूमोनिया (श्वास)व सेप्सिस रोगग्रस्त हैं। जिन्हें दाजना की बजाय कुशल चिकित्सक से उपचार की जरूरत है।
जागरूकता की जरूरत
आमजन में जागरूकता को बढ़ावा मिलना चाहिए ताकि ऐसे अन्धविश्वास व कुरीतियों में कमी आए। किसी नवजात की जान पर नहीं बने। अक्सर सादड़ी सीएचसी पर प्रतिमाह 5-7 ऐसे केस पहुंच रहे हैं।
डॉ. राजेन्द्रसिंह राठौड़, शिशु रोग विशेषज्ञ, सीएचसी, सादड़ी