क्या होती है आनुवंशिक परीक्षण
आनुवंशिक परीक्षण में खून के नमूने का निरीक्षण किया जाता है । अपने होने वाले बच्चे को जेनेटिक डिसऑर्डर से बचाने के लिए आप यह जांच करवा सकते हैं। वहीं जन्म के पश्चात भी बीमारी का कारण जानने के लिए करवा सकते है। वहीं इससे यह फ़ौरन पता लग जाता है कि माता या पिता में ऐसा कौन सा जीन मौजूद है, जो बच्चे को भी जेनेटिक बीमारी दे सकता है।
आनुवंशिक परीक्षण में खून के नमूने का निरीक्षण किया जाता है । अपने होने वाले बच्चे को जेनेटिक डिसऑर्डर से बचाने के लिए आप यह जांच करवा सकते हैं। वहीं जन्म के पश्चात भी बीमारी का कारण जानने के लिए करवा सकते है। वहीं इससे यह फ़ौरन पता लग जाता है कि माता या पिता में ऐसा कौन सा जीन मौजूद है, जो बच्चे को भी जेनेटिक बीमारी दे सकता है।
राजस्थान में पहली बार
डॉ. वैभव भंडारी ने बताया कि राजस्थान में किसी भी सरकारी अस्पताल में यह जांच नहीं होती है। इस एक टेस्ट का मूल्य 15 से 20 हज़ार होता है। अधिक मूल्य एवं सरकारी स्तर पर नहीं होने के कारण मरीज़ जांच तक नहीं करवा पाते है। अधिकांश मरीज़ कभी यह भी नहीं जान पाते की वह किस बीमारी से पीड़ित हैं।
डॉ. वैभव भंडारी ने बताया कि राजस्थान में किसी भी सरकारी अस्पताल में यह जांच नहीं होती है। इस एक टेस्ट का मूल्य 15 से 20 हज़ार होता है। अधिक मूल्य एवं सरकारी स्तर पर नहीं होने के कारण मरीज़ जांच तक नहीं करवा पाते है। अधिकांश मरीज़ कभी यह भी नहीं जान पाते की वह किस बीमारी से पीड़ित हैं।
फाउंडेशन द्वारा इस संबंध में ऑनलाइन पंजीकरण किए गए थे। पाली में आयोजित शिविर में 25 से अधिक मरीज़ हिस्सा लेंगे। जिसमें फ़ाउंडेशन द्वारा मरीज़ों के रहने एवं खाने की व्यवस्था की जा रही है।
परीक्षण के लिए शिविर के आयोजन को लेकर परेश बाफ़ना, मितेश मेहता, विनीत मेहता, वैभव सोनी, खुशहाल जैन, तन्मय जैन, अल्ताफ़ हुसैन, अंकित मरलेचा, आशीष बलोटा, जयेश लोढ़ा, दीपक परिहार आदि सदस्य तैयारियों में जुटे हुए है।