गणेश चतुर्थी पर बप्पा के दरबार में मत्था टेकने के लिए श्रद्धालु सुबह से ही आतुर रहे। भोर होने से पहले लोग सुबह पांच बजे बप्पा के दरबार में पहुंच गए। वहां बप्पा को नमन कर बूंदी के लड्डू व मोदक का भोग चढ़ाया। इसके बाद ओम गं गणपतये नमो नम: सिद्धि विनायक नमो नम: जैसे मंत्रों का उच्चारण करते हुए बप्पा की आराधना की। सिद्धि पीठ वल्लाल गणेश मंदिर में सुबह पांच बजे महंत चंचल गिरी, महंत गिरजागिरी, महंत नरेन्द्र गिरी, महंत सुरेश गिरी, महंत बालक गिरी, महंत प्रतीक गिरी आदि के निश्रा में वल्लाल गणेश की मंगला आरती की गई। इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ एकदंत का अभिषेक कर श्रद्धालुओं ने विश्वकल्याण की कामना से हवन वेदी में आहुतियां दी। अभिजीत मुहूर्त में दोपहर सवा बारह बजे गजानन के चल मूर्ति की स्थापना कर वल्लाल गणेश का शृंगार किया गया। शाम को आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया।
भक्ति सरिता में गोते लगाए मंदिर रात को भक्ति संध्या हुई। इसमें शिव स्तुति के बाद गणपति व गुरु वंदना के बाद नवरत्न सिंह रावल जोधपुर, लाखोटिया महादेव भजन संध्या के विजेता अशोक चव्हाण, संजय पंचारिया, मैना राव आदि ने एक से बढ़कर एक भजन सुनाकर श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
पूरे दिन मंदिर में लगी रही कतार वल्लाल गणेश के दरबार में सुबह पांच बजे से ही भक्तिों की कतार लगी रही। जो दिन चढऩे के साथ बढ़ती गई और शाम होते-होते तो मंदिर के बाहर सड़क पर लम्बी कतार लग गई। श्रद्धालुओं को बप्पा के दर्शन के लिए पौने से एक घंटे तक कतार में खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा।
यहां भी किया बप्पा का पूजन वल्लाल गणेश के अलावा शहर के मोती चौक स्थित गणपति मंदिर, पानी दरवाजा स्थित पुष्करणा समाज के गणेश मण्डप, फतेहपुरिया बाजार के बाहर विराजमान इच्छापूर्ति गणेश मंदिर, फतेहपुरिया पोल स्थित गणपति मंदिर, कथा व्यासजी की गली में विराजमान गणपति बप्पा, बादशाह का झण्डा पर रिद्धि-सिद्धि के साथ विराजमान गजानन, सोमनाथ मंदिर के सामने, श्रीमाली समाज के धानमण्डी के बाहर विराजमान गणपति के साथ अन्य सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने बप्पा को शीश नवाकर सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। इन मंदिरों में भी पूरे दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही।
गांव में गूंजा जयकारा
उमकली गांव में गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई। युवाओं ने ढोल की थाप व थाली की झनकार के साथ जयकारे लगाते हुए युवाओं ने नवयुवक मण्डल के तत्वावधान मतें गांव के चौहटे में गजानन को विराजमान कर मोदक का भोग चढ़ाया। इस मौके सोनी विराजराज, शैलेन्द्रसिंह जोधा, विजेन्द्रसिंह, केशरसिंह, महेन्द्र दमामी आदि मौजूद थे।
उमकली गांव में गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई। युवाओं ने ढोल की थाप व थाली की झनकार के साथ जयकारे लगाते हुए युवाओं ने नवयुवक मण्डल के तत्वावधान मतें गांव के चौहटे में गजानन को विराजमान कर मोदक का भोग चढ़ाया। इस मौके सोनी विराजराज, शैलेन्द्रसिंह जोधा, विजेन्द्रसिंह, केशरसिंह, महेन्द्र दमामी आदि मौजूद थे।
रूपावास गांव में गणेश चतुर्थी व बाबा रामदेव के जयकारों के साथ महाप्रसादी हुई। हरिभाई पटेल ने बताया हैं कि मुख्य अतिथि यूआईटी चेयरमैन संजय ओझा, प्रधान श्रवण बंजारा, जिला परिषद् सदस्य श्रीदेवी पटेल आदि मौजूद थे।