बाली थाना क्षेत्र आदिवासी क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने एसपी कालूराम रावत को परिवाद दिया, इसमें बताया कि 12 मई को उनके गांव में शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए उनकी 14 साल बेटी और छोटे भाई की 12 साल बेटी गई हुई थी। रात करीब दस बजे समाज के ही कुछ युवकों ने उन्हें घर छोडऩे का झांसा देकर बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। वहां युवकों ने दोनों बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार किया। दोनों किशोरियों के साथ चाकू दिखा कर डराया, साथ ही घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इससे दोनों घबरा गई। वे गुमशुम रहने लगी। कई दिन निकलने के बाद उसकी पत्नी को दोनों बहनों ने घटना के बारे में बताया।
पीडि़त का पिता सेवाड़ी पुलिस चौकी गया और वहां पुलिस से सामाजिक स्तर पर पंचायत करवाकर मामले में समझौता करवाने की बात कहने लगा। लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करवाने को कहा, परिजनों ने रिपोर्ट नहीं दी। साथ ही सेवाड़ी चौकी के पुलिसकर्मियों पर धमकाने का आरोप लगाया। एसपी से भी पीडि़त परिवार ने सामाजिक स्तर पर पंचायत करवाकर समझौते की बात कही, लेकिन एसपी ने रिपोर्ट देने को कहा। इस पर पीडि़त ने रिपोर्ट दी, पुलिस ने एसपी के निर्देश पर मामला दर्ज कर लिया।
परिवाद मिला है। इसमें दो चचेरी बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है। घटना 34 दिन पुरानी है। इस बीच पीडि़त परिवार सामाजिक स्तर पर ही मामले को सुलझाने में लगा रहा। पीडि़त व्यक्ति पुलिस से भी सामाजिक पंचायती करवाकर समझौते की बात कहने लगा। लेकिन हमने रिपोर्ट मांगी, रिपोर्ट मिलने पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। – कालूराम रावत, एसपी, पाली।