scriptअब लाखोटिया में नहीं चाहिए गंदगी, बदलनी होगी तस्वीर | Garbage heap in Lakhotia garden and pond of Pali city | Patrika News

अब लाखोटिया में नहीं चाहिए गंदगी, बदलनी होगी तस्वीर

locationपालीPublished: Dec 14, 2019 03:57:45 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

– करीब चार साल पहले श्रमवीरों ने पसीना बहाकर बदली थी लाखोटिया [ Lakhotiya ] की तस्वीर- तब नगर परिषद [ City Council ] ने किए थे कई दावे, अब शहर की नई सरकार से आस

अब लाखोटिया में नहीं चाहिए गंदगी, बदलनी होगी तस्वीर

अब लाखोटिया में नहीं चाहिए गंदगी, बदलनी होगी तस्वीर

-सुरेश हेमनानी
पाली। Garbage heap in Lakhotia garden and pond : शहर के एकमात्र पिकनिक स्पॉट और ऐतिहासिक जलस्तोत्र लाखोटिया की सूरत को संवारने के लिए करीब चार साल पहले शहर के श्रमवीरों ने पसीना बहाया था। तस्वीर बदलती दिखी तो नगर परिषद प्रशासन भी आगे आया और इसका विकास करने का विश्वास दिलाया था। पूर्ववर्ती शहरी सरकार ने यहां पर 2.40 मीटर चौड़ा वॉकिंग ट्रैक विकसित करने के साथ ही म्यूजिकल फाउण्टेन, उद्यान के चारों तरफ आकर्षक रोशनी, संगीत सिस्टम लगाने के साथ नियमित सफाई करवाने का वादा किया था, लेकिन धरातल पर हालात उलट है। अब शहर की नई सरकार भी सत्ता संभाल चुकी है। ऐसे में शहरवासियों को आस है कि भाजपा के पूर्व शासनकाल में नगर परिषद की ओर से किए गए वादों को ये सरकार अमलीजामा पहनाएगी।
तालाब में जा रहा घरों व भवनों का गंदा पानी
लाखोटिया तालाब के आसपास बने घरों व भवनों का गंदा पानी आज भी तालाब में जा रहा है। इससे पहले भी पत्रिका ने समाचार प्रकाशित कर जिला प्रशासन व नगर परिषद का ध्यान आकर्षित किया। तब स्थाई समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने हालात भी देखे थे। लेनिक, तस्वीर आज भी नहीं बदल पाई है।
सफाई का नहीं ठिकाना
लाखोटिया उद्यान व तालाब के आसपास पसरी गंदगी यहां की सुंदरता पर दाग के माफिक है। लगातार दावों के बाद भी नगर परिषद इसमें सुधार नहीं कर पाई है। आज भी यहां सिरेघाट तालाब, बिहारी घाट, आर्यवीर दल के सामने, गांधी मूर्ति भाग वाले तालाब के आसपास व उद्यान में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
आंखों देखे हालात
लाखोटिया तालाब व उद्यान बदत्तर हाल में है। आर्यवीर दल के सामने व गांधी मूर्ति वाले तालाब के भाग में कचरे के ढेर लगे है। लोगों ने यहां पूजा सामग्री के साथ गंदगी डाल रखी है। रंगमंच के पास भी कचरे के ढेर हैं।
पत्रिका ने छेड़ा था अभियान
12 दिसम्बर 2016 को राजस्थान पत्रिका ने लाखोटिया को संवारने के लिए शहरवासियों के साथ अभियान चलाया था। तब शहरवासियों ने श्रमवीर बनकर दो माह तक श्रमदान किया। इस दौरान तालाब के आसपास उगी झाडिय़ां काटी थी तो तालाब के अंदर बिखरी पड़ी गंदगी को बाहर निकालकर उद्यान को संवारकर तस्वीर बदल दी थी।
फिर से बदलनी चाहिए तस्वीर
लाखोटिया तालाब की दशा सुधारने के लिए नगर परिषद को प्लान तैयार करना चाहिए। ताकि शहर का लाखोटिया उद्यान व तालाब सुंदर बन सके। –कुंदनमल सोनी, शहरवासी

पर्यटन स्थल के रूप में हो विकसित
लाखोटिया उद्यान व तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की जरूरत है। नगर परिषद को इस पर कोई प्लान बनाकर स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति करनी चाहिए। –किशोर सोमनानी, पूर्व पार्षद
पत्रिका के साथ दो बार किया श्रमदान
लाखोटिया की दशा सुधारने के लिए पत्रिका की ओर से दो बार श्रमदान अभियान चलाया गया। इसमें शहरवासियों के साथ हम लोगों ने श्रमदान कर यहां की तस्वीर बदली थी। लेकिन, अब नगर परिषद को प्लान बनाकर इसे विकसित करना चाहिए। –बाबूलाल बोराणा, शहरवासी
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