लालपुरा स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि स्कूल फोरलेन से सटी हुई है। छात्र-छात्राएं गांव में रहते है और उनको सडक़ पार कर स्कूल आना-जाना पड़ता है। स्कूल स्टाफ छात्र-छात्राओं को दोनों समय सडक़ पार करवाते हैं। जो विद्यार्थी लेट हो जाते है, उन्हें सडक़ पार कराने परिजन आते हैं। इस हादसे के बाद स्टाफ ज्यादा अलर्ट हुआ है। अब स्टाफ सडक़ के बीच खड़े हो यातायात रुकवाकरसडक़ पार करवा रहा है। हालांकि स्टाफ के लिए ये जोखिम भरा कदम है, लेकिन वे विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए यह कार्य कर रहे है।
पूर्व प्रधान लाल मोहम्मद ने बताया कि लालपुरा गांव में होकर पुल का रास्ता है। जो सुरक्षित है। ये मार्ग वर्तमान में अवरुद्ध है। इसे दुरस्त करने के लिए सडक़ निर्माण कम्पनी को पंद्रह दिन का अल्टीमेटम दिया है। कम्पनी ने इन पंद्रह दिनों में रास्ता दुरस्त नही किया तो प्रदर्शन किया जाएगा।