हादसे में सबसे अधिक चोट मासूम बच्चों को लगी। नौ बच्चें घायल हुए। इनमें तीन बच्चे तो पांच साल से भी कम आयु के थे। घायल मासूम पीयूष, मिताली, याचिका ने बताया कि वे सफर की थकान के कारण सो रहे थे, अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, देखा तो वे लहुलूहान थे। बच्चों के परिजन खुद का दर्द भूल गए और अपने बच्चों के उपचार के बारे में पूछ रहे थे। अस्पताल में बच्चों के दर्द की चीख सुनाई दे रही थी। हादसे में किसी बच्चें के सिर पर चोट थी तो किसी के हाथ-पांच पर। दो परिवार के लोगों को सबसे अधिक चोटें आई।
जालोर के इंद्रापुरी कॉलोनी निवासी सलोनी पुत्री किशोर माली (10), पीयूष पुत्र किशोर कुमार (5), रामपुरा कॉलोनी निवासी मोहनलाल पुत्र सवाराम माली (60), रघुवीर पुत्र मोहनलाल (28), बिल्लू पुत्र रघुवीर (3), पिंकी पत्नी रघुवीर सोलंकी (25), संतोष पुत्र मोहनलाल माली (58), नमीशी पुत्री राकेश (5), फते हिल्स कॉलोनी जालोर निवासी नरेन्द्र उर्फ कैलाश पुत्र भोमाराम (33), उसकी पुत्री मिताली (13), प्रमिला पत्नी कैलाश, दक्ष पुत्र नरेन्द्र कुमार (2), शास्त्री नगर निवासी ममता पत्नी हितेष (34), नक्षत्र पुत्र हितेष (13), हिमांशी पुत्री हितेष कुमार (16), हितेष पुत्र पेकाराम (38), इंद्रापुरी कॉलोनी निवासी निर्मला पत्नी दिनेश कुमार (30), दिनेश पुत्र देवीलाल (34) मोदीजी मार्केट निवासी राकेश पुत्र मोहनलाल ( 30), याचिका (9) व जोधपुर निवासी बस चालक किशनलाल पुत्र सोमारा सैन घायल हो गए। इनमें से गंभीर घायल याचिका, मोहनलाल व चालक किशनलाल को पाली से जोधपुर रैफर कर दिया गया।