शिक्षक की प्रेरणा से भामाशाह आए आगे
शिक्षक अनिल ओझा ने विद्यालय भवन निर्माता हजारीमल जवानमल कोठारी परिवार के सदस्यों से मुम्बई जाकर संपर्क किया। भामाशाह के पोतों को इस कार्य के लिए प्रेरित किया। परिवार के सदस्यों ने विद्यालय भवन के लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। जिसके बाद भामाशाह परिवार ने लगभग 50 लाख की लागत से विद्यालय का जीर्णोद्धार करवाया।
वर्तमान में उपलब्ध सुविधाएं
विद्यालय भवन जीर्णोद्धार के साथ-साथ संपूर्ण भवन में ग्रेनाइट लगाया गया है। प्रत्येक कमरे में फर्नीचर लगाए गए है। विद्यालय परिसर में नलकूप भी खुदवाया। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय-मूत्रालय का भी निर्माण करवाया है। इसके अलावा पूरे भवन में अंडरग्राउंड बिजली फिटिंग करवाई गई।
भामाशाह पुरस्कार से सम्मानित हो चुका है कोठारी परिवार
विद्यालय भवन के जीर्णोद्धार करवाने पर राज्य सरकार ने 23वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में कोठारी परिवार को
सम्मानित किया। इसके लिए प्रेरक के रुप में शिक्षक अनिल ओझा को भी शिक्षा राज्यमंत्री ने सम्मानित किया। प्रेरक ओझा ने संस्था प्रधान के लिए लेपटॉप भी दानदाताओं के सहयोग से उपलब्ध करवाया।
विद्यालय भवन के जीर्णोद्धार करवाने पर राज्य सरकार ने 23वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में कोठारी परिवार को
सम्मानित किया। इसके लिए प्रेरक के रुप में शिक्षक अनिल ओझा को भी शिक्षा राज्यमंत्री ने सम्मानित किया। प्रेरक ओझा ने संस्था प्रधान के लिए लेपटॉप भी दानदाताओं के सहयोग से उपलब्ध करवाया।