बाली-देसूरी के लोगों को देने होंगे बजरी के महंगे दाम
प्रदेश में नवम्बर २०१७ को सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद मारवाड़-गोडवाड़ में भी बजरी खनन बंद हो गया था। अवैध खनन शुरू हो गया था। पाली की सभी नदियों में साढ़े चार साल तक जमकर अवैध बजरी खनन हुआ। पुलिस, प्रशासन व खनन विभाग ने कार्रवाई भी, लेकिन अवैध खनन बंद नहीं हुआ। गत दिनों प्रदेश में बजरी खनन की अनुमति जारी कर दी गई। इसके तहत पाली, रोहट व रायपुर मारवाड़ में खनन की ईसी जारी कर दी गई है। बाली व देसूरी में इसकी अनुमति नहीं मिली। जबकि यहां नदियों में बड़े स्तर पर अवैध खनन होता है। बाली व देसूरी के लोगों को महंगी बजरी खरीदनी पड़ सकती है। क्योंकि यहां से सुमेरपुर व पाली क्षेत्र से लीज की बजरी जाएगी, जो महंगी हो सकती है।
प्रदेश में नवम्बर २०१७ को सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद मारवाड़-गोडवाड़ में भी बजरी खनन बंद हो गया था। अवैध खनन शुरू हो गया था। पाली की सभी नदियों में साढ़े चार साल तक जमकर अवैध बजरी खनन हुआ। पुलिस, प्रशासन व खनन विभाग ने कार्रवाई भी, लेकिन अवैध खनन बंद नहीं हुआ। गत दिनों प्रदेश में बजरी खनन की अनुमति जारी कर दी गई। इसके तहत पाली, रोहट व रायपुर मारवाड़ में खनन की ईसी जारी कर दी गई है। बाली व देसूरी में इसकी अनुमति नहीं मिली। जबकि यहां नदियों में बड़े स्तर पर अवैध खनन होता है। बाली व देसूरी के लोगों को महंगी बजरी खरीदनी पड़ सकती है। क्योंकि यहां से सुमेरपुर व पाली क्षेत्र से लीज की बजरी जाएगी, जो महंगी हो सकती है।
सेंदड़ा में बड़े स्तर पर अवैध खनन
जिले में बॉर्डर पर सेंदड़ा के इलाकों में बड़े स्तर पर अवैध बजरी खनन किया जा रहा है। यहां नाके भी लगाए गए हैं, लेकिन आरएसी इस पर ध्यान नहीं दे रही है। इसकी शिकायत भी ब्यावर खनन विभाग को की गई है।
जिले में बॉर्डर पर सेंदड़ा के इलाकों में बड़े स्तर पर अवैध बजरी खनन किया जा रहा है। यहां नाके भी लगाए गए हैं, लेकिन आरएसी इस पर ध्यान नहीं दे रही है। इसकी शिकायत भी ब्यावर खनन विभाग को की गई है।
लीज धारक वसूलेंगे रायल्टी
जहां जहां खनन की ईसी जारी हुई है, वहां लीजधारक अपने नाके लगाएगा और अवैध बजरी खनन रोकेगा। वहीं लीज धारक अपने क्षेत्र से जाने वाली बजरी पर रायल्टी भी वसूलेगा। उल्लेखनीय है कि पाली जिले से जोधपुर, जयपुर व मुम्बई बजरी आती है।
जहां जहां खनन की ईसी जारी हुई है, वहां लीजधारक अपने नाके लगाएगा और अवैध बजरी खनन रोकेगा। वहीं लीज धारक अपने क्षेत्र से जाने वाली बजरी पर रायल्टी भी वसूलेगा। उल्लेखनीय है कि पाली जिले से जोधपुर, जयपुर व मुम्बई बजरी आती है।
मिलेगी राहत, रुकेगा अवैध बजरी खनन
बाली व देसूरी में ईसी जारी नहीं होगी, यहां अवैध बजरी खनन रोकने के लिए प्लान बनाया गया है। पाली, रोहट व रायपुर में इसी माह लीज से बजरी आएगी। इससे राहत मिलेगी। - स्वरूप सिंह गहलोत, एमई, खनिज विभाग, सोजत खण्ड, पाली
बाली व देसूरी में ईसी जारी नहीं होगी, यहां अवैध बजरी खनन रोकने के लिए प्लान बनाया गया है। पाली, रोहट व रायपुर में इसी माह लीज से बजरी आएगी। इससे राहत मिलेगी। - स्वरूप सिंह गहलोत, एमई, खनिज विभाग, सोजत खण्ड, पाली