विभागीय अधिकारियों ने बांधों के गेटों की सार-संभाल शुरू कर दी है। गेट को खोल कर ऑयल देकर उनकी मरम्मत कर रहे हैं। मानसून के दौरान बांधों के पानी निकासी वाले गेटों की समय रहते ग्रीसिंग की जा रही है, ताकि बारिश के दौरान बांधों के छलकने पर गेट खोलने में कोई परेशानी नहीं हो।
जिले में 52 बांध
जलसंसाधन विभाग के मुताबिक जिले भर में जवाई बांध, सरदार समंद व हेमावास सहित 52 बांध है। छोटे बड़े बांधों की दीवारों व पाल की मरम्मत की जा रही है। मानसून आने तक सभी बांधों के गेट की ग्रीसिंग कर दी जाएंगी।
जलसंसाधन विभाग के मुताबिक जिले भर में जवाई बांध, सरदार समंद व हेमावास सहित 52 बांध है। छोटे बड़े बांधों की दीवारों व पाल की मरम्मत की जा रही है। मानसून आने तक सभी बांधों के गेट की ग्रीसिंग कर दी जाएंगी।
मिट्टी के कट्टे भी रख रहे
जलसंसाधन विभाग के अधिकारी सभी बांधों पर मिट्टी के भरे हुए व खाली कट्टे रखवा रहे हैं। अतिवृष्टि व मूसलाधार बारिश के दौरान बांध की पाल क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में तत्काल मिट्टी से भरे हुए कट्टे रख सकते है। जिससे बांध पर आपात स्थिति से निपटा जा सके।
जलसंसाधन विभाग के अधिकारी सभी बांधों पर मिट्टी के भरे हुए व खाली कट्टे रखवा रहे हैं। अतिवृष्टि व मूसलाधार बारिश के दौरान बांध की पाल क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में तत्काल मिट्टी से भरे हुए कट्टे रख सकते है। जिससे बांध पर आपात स्थिति से निपटा जा सके।
तैयारियां शुरू
बांधों के गेट की ग्रीसिंग शुरू कर दी है। बांधों पर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। बांधों पर मिट्टी से भरे कट्टे व खाली कट्टे रखवा रहे हैं। –रामनारायण चौधरी, अधिशासी अभियंता, जलसंसाधन विभाग पाली
बांधों के गेट की ग्रीसिंग शुरू कर दी है। बांधों पर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। बांधों पर मिट्टी से भरे कट्टे व खाली कट्टे रखवा रहे हैं। –रामनारायण चौधरी, अधिशासी अभियंता, जलसंसाधन विभाग पाली