गांवों से निकालेंगे बाइपास
इसमें पहले चरण के तहत 268 करोड़ की लागत से रास-बाबरा-ब्यावर सराधना चौराहे तक फोरलेन सीसी सडक़ निर्माण में सीमा चिह्रिकरण (सेंटर-लाइन-मार्किग) आर-ओ-डब्ल्यू का काय्र किया जाएगा। कई गांवों से बाईपास निकाले जाने को लेकर पहले से चिह्रित मार्ग पर साफ-सफाई का कार्य शुरू हो चुका है।
आवागमन में होगी सुविधा
रास-बाबरा-ब्यावर-आसींद-मांडल राजमार्ग 158 का निर्माण कार्य पूरा होने पर चित्तौडगढ़़-भीलवाड़ा-ब्यावर से वाया मेड़ता-नागौर से होकर सीधा बीकानेर से सडक़ का सम्पर्क हो जाएगा। फोरलेन बनने से आवागम में सुविधा होगी। इन शहरों के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। सडक़ हादसों में भी कमी आएगी।
अवार्ड पारित किए गए
राजमार्ग-158 के प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर रास-बाबरा-ब्यावर सराधना चौराहे तक प्रथम चरण के लिए कार्य शुरू हो चुका है। भूमि आवाप्ति को लेकर ब्यावर, रायपुर व जैतारण उपखण्ड कार्यालय से अवार्ड पारित किए जा चुके है। भूमि आवाप्ति पर मुआवजे के लिए किसान व भू-मालिक बैंक खाते व आवश्यक दस्तावेज कार्रवाई के लिए संबंधित उपखण्ड कार्यालय पर सम्पर्क कर सकते है। – देवांश नुवाल, प्रोजेक्ट अधिकारी, राष्ट्रीय राजमार्ग 158