जिले में 212 चिकित्सक चिकित्सा महकमे की मानें तो पूरे जिले में 212 सेवारत चिकित्सक कार्यरत है। सेवारत चिकित्सकों ने प्रांतव्यापी आह्वान पर 18 दिसम्बर को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने रेस्मा की अवधि बढ़ा दी है। रेस्मा की अवधि बढ़ाने के बाद पुलिस ने बीती रात एक चिकित्सक को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसे शनिवार सवेरे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बांगड़ में नहीं पड़ा कोई असर जिले के सबसे बड़े बांगड़ अस्पताल में लगभग एक दर्जन सेवारत चिकित्सक अनुपस्थित चल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज से जुड़े चिकित्सकों की सेवाएं लेकर अस्पताल प्रशासन व्यवस्था को सुचारू बनाए हुए हैं। शनिवार को अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जन के रानी शिविर में सेवाएं देने के कारण जरुर मरीजों को ऑर्थोपेडिक यूनिट का लाभ नहीं मिल पाया। एक अन्य एनेस्थिटिक के लम्बे अवकाश पर होने के कारण मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की सहायता से इस सेवा को सुचारु रखा जा सका।
अभी नहीं कोई दिक्कत लगभग एक दर्जन सेवारत चिकित्सक अनुपस्थित चल रहे हैं। लेकिन, अस्पताल की ओपीडी पर इसका कोई असर नहीं है। मैंने भी शनिवार को ओपीडी में मरीज देखे हैं। अनुपस्थित चिकित्सकों की जगह मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का सहयोग लेकर व्यवस्था सुचारु बनाई जा रही है।
-एम. एस. राजपुरोहित, पीएमओ, बांगड़ अस्पताल