हाइड्रोलिक पम्प में तखतगढ़ का बोलबाला
पालीPublished: Oct 21, 2019 12:34:53 am
पावा. आधुनिक दौर के इस मशीनरी युग में टैक्ट्ररों का साधनों के रुप में कार्य लिया जा रहा है। टैक्ट्ररोंं के पाट्र्स के रूप में हाइड्रोलिक पंप की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में ये खराब होने पर उनकी मरम्मत या नए लगाने पड़ते हैं।
हाइड्रोलिक पम्प में तखतगढ़ का बोलबाला
पावा. आधुनिक दौर के इस मशीनरी युग में टैक्ट्ररों का साधनों के रुप में कार्य लिया जा रहा है। टैक्ट्ररोंं के पाट्र्स के रूप में हाइड्रोलिक पंप की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में ये खराब होने पर उनकी मरम्मत या नए लगाने पड़ते हैं। हाइड्रोलिक पंप के लिए यहां से 15 किमी दूर जगत इंजनियरिंग के क्षेत्र से अपने नाम से पहचाना जाता है। पंपों की मरम्मत व खरीदने के लिए प्रदेश के अलावा अन्य कई राज्यों के लोग भी यहां आते हैं।
वर्ष 1974 में गुलाबचंद मालवीय लुहार ने पंपों की मरम्मत का कार्य शुरू किया। दस साल बाद 1985 में उन्होने स्वयं के स्तर पर पंप बनाने शुरू कर दिए। 1990 में स्वयं ने पंप निर्माण की मशीन निर्मित कर दी। 1996 उनका निधन हो गया। अब पिता की विरासत उनके पुत्र भंवरलाल मालवीय संभाल रहे हैं। भंवरलाल लुहार बताते हैं कि प्रत्येक पंप की मरम्मत की तीन हजार से शुरूआत होती है। 2002 में उन्होने अर्थ मूव के तहत जेसीबी के पंपों की मरम्मत शुुरू की। लुहार बताते हैं कि जयपुर से लेकर अहमदाबाद के बीच में मात्र तखतगढ़ में ही पंपों की बिक्री होती है। इंटरनेट के इस दौर में पंपों की ऑनलाइन खरीद भी बढ़ी है।
1960 में आए थे तखतगढ़
भंवरलाल बताते हैं कि मेरे पिता गुलाबचंद मात्र दूसरी तक ही पढ़े लिखे थे। 1960 को तखतगढ़ आए। यहां पर भागीदारी में घाणा लगाया। एक दिन बेदाना के राजपरिवार में रूमानिया से एक टैक्ट्रर लाया था। टैक्ट्रर का पंप खराब हो गया। मेरे पिताजी को उन्होंने ठीक करने के लिए आग्रह किया। पिताजी ने पंप को खोलकर पता किया। बाद में उसे मरम्मत की। इसके बाद पंपों की मरम्मत का कार्य शुरू किया। यह आज दिन तक निरंतर संचालित है।
पंजाब से आता है कच्चा माल
पंपों के निर्माण में एल्यूमिनियम सहित अन्य कच्चा मैटेरियल पंजाब के कोटकपुरा से मंगवाते हैं। ये मुम्बई एवं दिल्ली में भी मिलते हैं। उनकी मानें तो यहां पर स्वराज, महेन्द्रा, एस्कॉर्ट, फोर्ड, एचएमटी कपंनी के ट्रैक्टरों में ये पम्प काम आते हैं। इसके अलावा जेसीबी आदि में पंप उपयोग में आते है।