संचालक डॉ. महेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि ने कार्यक्रम का शुभारंम मां सरस्वती की प्रतिमा के दीप प्रज्ज्वलित कर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. संगीता वर्मा व मुख्य अतिथि व मुख्यवक्ता अमराराम गुर्जर के द्वारा किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. संगीता वर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत कर महाविद्यालय का संक्षिप्त परिचय दिया। राजपुरोहित ने गुर्जर के बारे में विद्यार्थी को जानकारी देते हुए बताया कि गुर्जर पाली जिले के सोजत के पास लांबोडी कस्बे के मूल निवासी है तथा वर्ष 2008 में यूपीएससी में सम्पूर्ण भारत में 140वां स्थान प्राप्त कर भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए चयनित हुए। इसके बाद मिश्र, ओमान, पुर्तगाल में प्रथम सचिव, वाणिज्यक दूत के रूप में पदस्थापित रहे, दिपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए सराहनीय प्रयास किए। वर्तमान में अमराराम जी गुर्जर, विदेश मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली में डायरेक्टर ईएण्डएसए पर पदस्थापित है।
गुर्जर ने यूपीएससी परीक्षा को अपने कैरियर के रूप में चुनने वाले विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते के लिए परीक्षा प्रणाली, विषय चयन, साक्षात्कार प्रक्रिया अध्ययन के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं, समस्याओं का समाधान व कैरियर कांउसलिंग प्रदान की। गुर्जर ने कहा कि विद्यार्थियों को लक्ष्य लेकर चलना चाहिए, कड़ी मेहनत से मंजिल मिलेगी। डॉ. कमलेश गग्गड़ ने कार्यक्रम के अंत में आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।