चांग में दिन में घुसा पैंथर, तीन मवेशियों का किया शिकार
पालीPublished: May 25, 2019 12:25:03 am
ग्रामीणो ने खदेडऩा चाहा तो किया हमले का प्रयास
चांग में दिन में घुसा पैंथर, तीन मवेशियों का किया शिकार
रायपुर मारवाड़. पहाड़ी क्षेत्र के चांग गांव से सटे मालाजी का बाडिय़ा में शुक्रवार दोपहर को दिन के उजाले में ही पैंथर घुस आया। पैंथर ने एक किसान के बाड़े में बंधे तीन मवेशियों में से दो को मार दिया, वहंीं एक बकरी को मुंह में दबोच ले गया। ग्रामीणों ने पैंथर को खदेडऩे के लिए पत्थर बरसाए। पैंथर ने ग्रामीणों पर हमले का प्रयास किया। इससे डरे सहमे ग्रामीण घरो में दुबक गए। ग्रामीणों ने सेंदड़ा थाने व वन विभाग को सूचना दी। पहाडिय़ों में छिपा रहने के बाद शाम को पैंथर जंगल की तरफ निकल गया। चांग सरपंच गीता काठात ने बताया कि मालाजी का बाडिय़ा में दोपहर करीब दो बजे पैंथर शिकार व पानी की तलाश में घुस आया। एक मकान के बाहर बने पानी के हौद में पैंथर ने पानी पिया। इसके बाद मीठू काठात के बाड़े में बंधी दो बकरियों को मार दिया। एक अन्य बकरी को पैंथर मुंह में दबोच पास ही स्थित पहाड़ी के पीछे चला गया। पैंथर के घुस आने की खबर से लोगों में भगदड़ मच गई। लोगों ने हिम्मत जुटा पत्थर फेंक व लाठियां लहरा पैंथर को खदडऩे का प्रयास किया, लेकिन पैंथर ने ग्रामीणों पर हमला करने का प्रयास किया। इससे ग्रामीण पीछे हट गए। जब तक पैंथर जंगल में नहीं गया ग्रामीण घरों में दुबके रहे।
पानी की कमी से बढ रही आवाजाही
ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के दिनों में जंगल में पानी की कमी आ जाती है। जिससे वन्य जीव जंगल से सटे गांवों में घुस आते हैं। पिछले साल भी चांग, अमरपुरा, रामगढ, कुरातिया, चिताड़, रातडिय़ा सहित अन्य गांवों में पैंथर ने मवेशियों का शिकार करने के साथ ही ग्रामीणों को भी नुकसान पहुंचाया था।
फिर उठी मांग
ग्रामीणों ने वन अधिकारियों व जिला प्रशासन से इस समस्या को लेकर प्रभावी कदम उठाने की मांग दोहराई है। इधर, वन विभाग के सेंदड़ा रेंज में संसाधनों की कमी के चलते वनकर्मी इस समस्या का निस्तारण नहीं कर पा रहे हैं। बजट कम मिलने से जंगल में वन्यजीवो के लिए पेयजल की माकूल व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
तीन बकरी का किया शिकार
चांग के मालाजी का बाडिय़ा में घुसकर पैंथर ने तीन बकरियों का शिकार किया। हमें सूचना मिलने पर टीम भेज दी थी। वन्यजीव की गांवों में बढती आवाजाही को लेकर ग्रामीणों को सजग रहने की हिदायत दी है। वन्यजीवों का प्रवेश रुके इसके उच्चाधिकारियों से बात कर प्रभावी कदम उठाएंगे।
आनंद बारहठ,
क्षेत्रिय वन अधिकारी, सेन्दड़ा