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कार्यालयों से बाहर निकले नहीं अधिकारी, प्रदेश की रैंकिंग में पाली को मिला जीरो

locationपालीPublished: Mar 09, 2019 05:49:34 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

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In the ranking of rural development and panchayat raj, the shifts were behind

कार्यालयों से बाहर निकले नहीं अधिकारी, प्रदेश की रैंकिंग में पाली को मिला जीरो

– जयपुर की 20वीं तो बीकानेर की रही 19वीं रैंकिंग
– योजनाओं की आमजन तक जानकारी पहुंचाने में रहे नाकाम
– ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज की रैंकिंग में लगातार पिछड़ रहा

पाली। ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग की ओर से जारी फरवरी माह की रैंकिंग में पाली प्रदेश के 33 जिलों में सबसे निचले पायदान पर खिसक गया है। इस रैंकिंग में अजमेर, बारां व झुंझुनूं जिले ने प्रथम स्थान हासिल किया है। जनवरी माह की रैंकिंग में भी पाली जिले की 20वीं रैंक थी। ऐसे में पाली जिले के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद से ही ग्रामीण एवं पंचायतराज विभाग की हर माह रैंकिंग जारी करने की व्यवस्था की गई, जिससे कि ग्रामीण विकास की हकीकत सामने आ सके। कौनसा जिला किस योजना में पिछड़ रहा है, यह रैंकिंग से आसानी से जानकारी मिल जाती है। हालांकि, इतना कुछ होने के बाद भी पाली जिला लगातार ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज की विभिन्न योजनाओं में फिसड्डी साबित हो रहा है।
यह है रैंकिंग के मापदंड
प्रथम रैंकिंग के जिलों ने 100 में से 51 अंक हासिल किए हैं। रैंकिंग के मापदंड का निर्धारण महात्मा गंाधी नरेगा योजना में 40 अंक, प्रधानमंत्री आवास योजना के 18 अंक, ग्रामीण विकास योजनाओं के 12 अंक, पंचायतराज योजना के 6 अंक, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के 9 अंक व राजीविका में 15 अंक की प्रगति के आधार पर कुल 100 अंक में से किया जाता है।
राजीविका में जीरो अंक
पाली जिले को राजीविका में 0 अंक मिला। इसी तरह से स्वच्छ भारत मिशन योजना में भी 1 नम्बर मिला। इन दोनों में कम नम्बर मिलने से पाली जिला लगातार पिछड़ रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी प्रदेश में 16 नम्बर पर है। पहले प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रदेशभर में पाली प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहता था। भीलवाड़ा, धौलपुर, बाड़मेर व सिरोही की रैंकिंग जनवरी माह की तुलना में कमजोर हुई है।
आंकड़ों की जुबानी
1. अजमेर, बारां व झुंझुनूं
2. चित्तौडगढ़़ व हनुमानगढ़
3. बाड़मेर
4. अलवर
5. सीकर
6. दौसा व श्रीगंगानगर
7. भरतपुर
8. कोटा व सवाईमाधोपुर
9. धौलपुर

10. चूरू व जालोर
11. डूंगरपुर
12. बांसवाड़ा, बूंदी, जैसलमेर व नागौर,
13. भीलवाड़ा
14. राजसमंद
15. टोंक
16. जोधपुर व झालावाड़
17. उदयपुर
18. करौली व प्रतापगढ़
19. बीकानेर
20. जयपुर
21. पाली
योजनाओं में नम्बर कम मिले
दो-तीन योजनाओं में नम्बर कम दिए हैं। जबकि इन योजनाओं में अच्छा काम हुआ है। जिला कलक्टर को पत्र लिखा है। रैंकिंग में कुल 5 अंक कम मिले है। 5 अंक और मिल जाते तो पाली की रैकिंग 15 व 16 नम्बर पर होती। – हरिराम मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद पाली
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