कोरोना का खौफ : यहां स्क्रीनिंग के बाद ही ठहर सकेंगे इटली-चाइना-इरान का प्रत्येक सैलानी
-उपखण्ड अधिकारी व थानाप्रभारी रखेंगे नजर
-हाइपोक्लोरिक सोल्यूसन से संक्रमण रहित किया राणकपुर जैन मन्दिर

पाली/सादड़ी। चीन, इटली, इरान समेत विभिन्न देशों के सैलानी अब स्क्रीनिंग के बाद ही होटलों में ठहर पाएंगे। इसके लिए होटल मालिकों को पर्यटकों की स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से कराने की हिदायत दी गई है। राणकपुर मंदिर में भी पर्यटकों के लिए स्क्रीनिंग जरूरी कर दी गई है। इधर, चिकित्सा विभाग होटलों में जांच कर रहा है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने राणकपुर मन्दिर की हाइपोक्लोरिक सोल्यूसन से सफाई करवाई। देसूरी उपखण्ड अधिकारी राजलक्ष्मी गहलोत, बीसीएमएचओ डॉ.राजेश राठौड़ व सीएचसी प्रभारी डॉ.राजेन्द्र पुनमिया की उपस्थिति में सैलानियों की स्क्रीनिंग की गई। एसडीएम ने होटल व मंदिर प्रबंधन को चाइना, इरान, इटली व जापान से आने वाले सैलानियों को स्क्रीनिंग के बिना प्रवेश नहीं देने, मंदिर में ऑडियो गाइड का उपयोग करने पर उसे स्प्रे कर साफ करने तथा पुलिस व चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को रोजाना सैलानियों की प्रमाणिक सूचना मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
14 दिन तक रखेंगे जांच में
सांडेराव के एक होटल संचालक ने एक दिन पूर्व इटली के पर्यटक के ठहरने की सूचना दी थी। इस पर चिकित्सा विभाग के दल ने जांच की थी। उस होटल के मालिक के साथ सभी कर्मचारियों को अब 14 दिन तक जांच में रखा गया है। हालांकि उनमें से एक भी कर्मचारी सर्दी या खांसी आदि से ग्रसित नहीं पाया गया । इसके साथ ही जो तीन लोग पाली में कोरोना संदिग्ध मिले थे। उनको भी 28 दिन तक निगरानी में रखा गया है। उनमें से एक की जांच भी करवाई गई थी। जो नेगेटिव मिली थी।
जिला प्रशासन सतर्क, होटल संचालकों को किया पाबंद
जिला कलक्टर दिनेश चन्द जैन ने सतर्कता बरतने के तौर पर होटल मालिक व प्रबंधकों की बैठक ली। उन्होंने होटल प्रबंधकों से कहा कि जिले में आने वाले विदेशी पर्यटक की सूचना चिकित्सा विभाग को तुरंत दें। ताकि सभी पर्यटकों की स्क्रीनिंग की जा सके। उन्होंने विदेशी सैलानियों पर निगरानी के लिए उपखण्ड अधिकारी व संबंधित थानाप्रभारी को भी हिदायत दी। होटल मालिक भी पर्यटकों की आगमन की सूचना देंगे।
घबराएं नहीं, जागरूकता ही उपाय
जिला कलक्टर जैन ने एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। इससे बचने के लिए छोटी-छोटी जानकारी व सावधानी रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भीड़भाड़ कार्यक्रमों में जाने सें बचें जिन्हें खांसी-जुकाम हो रखा है। होली के त्योहार के दौरान भी सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने चिकित्सा विभाग को भी सतर्क रहने, आइसोलेशन वार्ड में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने और दवा-मास्क की कालाबाजारी न हो इसकी हिदायत दी।
बचाव के लिए ये क्या करें
-व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें
-खांसने या छींकने के बाद, खाना बनाने से पहले एवं परोसने से पहले, खाना खाने से पहले एवं शौचालय के इस्तेमाल के बाद नियमित रूप से हाथ साफ रखें।
-खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को टीस्यू से ढकें।
-इस्तेमाल किए गए टीस्यू को बंद कूड़ेदान में फैंकें।
-जिस व्यक्ति को जुकाम या फ्लू के लक्षण हो उससे दूरी बनाए रखें।
-बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
-पिछले एक पखवाड़े में यदि कोरोना वायरस प्रभावित देश से लौटे हैं तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
ये करने से बचें
-खांसी और बुखार से पीडि़त लोगों से सम्पर्क न करें।
-सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें।
-आंख, नाक और मुंह को बार-बार छूने से बचें।
-खांसी या जुकाम हो तो यात्रा करने से बचें।
-जंगली या पालतू पशु पक्षियों के असुरक्षित सम्पर्क से बचें।
-भीड़ वाले स्थलों पर जाने से यथासंभव बचें।
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