गुजरात के मोडासा से हर जन्माष्टमी के दिन जयकारों के साथ एक हजार फीट से लम्बी ध्वजा लेकर बाबा के जातरू जय बाबा री सा… का उद्घोष करते हुए रवाना होते थे। यह 1000 से अधिक यात्रियों का संघ जिस गांव व शहर से गुजरता लोग जातरुओं की सेवा में जुट जाते। इस संघ के पाली पहुंचने पर जवाहर नगर स्थित वाटिका में आवभगत होती। यहां भोजन प्रसादी के बाद संघ जोधपुर के लिए रवाना होता था, लेकिन इस बार यात्रा रद्द होने से 36 वे वर्ष यह संघ नहीं आएगा। इस संघ की खासियत इसकी ध्वजा होती थी। यह 1000 फीट की ध्वजा हर किसी के आकर्षण का केन्द्र रहती थी।
800 किमी की करते यात्रा
रामदेव मण्डल सेवा संघ की ओर से निकाली जाने वाली इस पैदल यात्रा में शामिल जातरू बाबा रामदेव के दर्शन के लिए 800 किलोमीटर चलते थे। मोडासा से जन्माष्टमी को रवाना होने के बाद भाद्रपद द्वितीया को जोधपुर मंशुरिया में बाबा के दर्शन करते। इससे एक दिन पहले पाली आते थे।
बाबा से कर रहे हैं प्रार्थना
रामदेव मण्डल सेवा संघ अध्यक्ष धर्मेन्द्रनाथ योगी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस बार संघ लाना निरस्त किया है। अभी हम मोडासा में बैठकर ही बाबा से कोरोना महामारी को समाप्त करने की प्रार्थना कर रहे है। बाबा की कृपा से बीमारी भाग जाएगी और फिर संघ लेकर बाबा के दरबार में ध्वजा चढ़ाएंगे।