पालीPublished: Aug 27, 2023 10:46:34 am
Rajeev Dave
बांध में 17 जून से अब तक आया 5170.25 एमसीएफटी पानी
28.75 से बढ़कर गेज हुआ 60.5 फीट
मारवाड़-गोडवाड़ के लिए बिपरजॉय तूफान वरदान बनकर आया। तूफान के बाद मानसून से आस थी, लेकिन झमाझम बरसात नहीं हुई। इसके बावजूद बिपरजॉय तूफान से पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध की जवाई नदी उफान पर आई। उसके सहायक सेई बांध की नदी भी कलकल ध्वनि के साथ ऐसी बही कि जवाई बांध को छलाछल होने में अब सिर्फ 314.5 एमसीएफटी पानी की जरूरत रह गई है। बांध अपने पूरे गेज 61.25 फीट से महज 1.20 फीट नीचे रह गया है। यदि श्रावण में इन्द्र देव की मेहर हो जाती तो पश्चिमी राजस्थान के मरुसागर कहे जाने वाले जवाई बांध के गेट नवमीं बार खोलने पड़ जाते।
बांध में आया 5170 एमसीएफटी पानी
बिपरजॉय तूफान ने 16 जून को दस्तक दी थी। जवाई बांध में 17 जून को 28.75 फीट भराव के साथ 1842.75 एमसीएफटी पानी था। जो बिपरजॉय तूफान के बाद तेजी से बढ़ा और अब बांध में 60.05 फीट गेज के साथ 7013 एमसीएफटी पानी है। बांध में 17 जून से अब तक 5170.25 एमसीएफटी पानी आया है और गेज 31.3 फीट बढ़ा है।
अगस्त रहा सूखा, सिर्फ 4 एमएम बरसात
मारवाड़-गोडवाड़ में अगस्त शुरू होने से अब तक बरसात नहीं हुई है। जवाई बांध पर भी 21 अगस्त को 4 एमएम बरसात दर्ज की गई थी। बांध पर एक अगस्त तक 874 एमएम बरसात दर्ज की गई थी और अब यह आंकड़ा 878 है। जवाई बांध में अगस्त में पानी की आवक भी सेई बांध से परिवर्तित किए जा रहे पानी से हुई है। सेई से इतना पानी आ रहा है कि पेयजल निकासी के बाद भी गेज मंथर गति से बढ़ रहा है।
इस तरह बढ़ा जवाई का गेज
17 जून: 28.75 फीट, 1842.75 एमसीएफटी
21 जून: 40 फीट, 3068 एमसीएफटी
29 जून: 42.35 फीट, 3393.75 एमसीएफटी
1 जुलाई: 43.85 फीट, 3615.50 एमसीएफटी
10 जुलाई: 48.50 फीट, 4398 एमसीएफटी
20 जुलाई: 51.60 फीट, 5001 एमसीएफटी
31 जुलाई: 55.30 फीट, 5819 एमसीएफटी
10 अगस्त: 57.85 फीट, 6446.20 एमसीएफटी
26 अगस्त: 60.05, फीट 7013 एमसीएफटी