ऐसे मनाया करवा चौथ
सुमेरपुर। करवा चौथ नगर समेत ग्रामीण इलाके में उत्साह व पंरपरागत तरीके से मनाया गया। सुहागिनों ने पूजन के साथ व्रत का संकल्प लिया। इस मौके पर महिलाओं ने निर्जला उपवास भी रखा। इस दौरान घर की दीवारों पर गेरु मिट्टी से फलक की आकृति बनाई गई। भीगे हुए चावल को पीसकर घोल से फलक पर करवा का चित्र बनाया गया। आठ पूरियों की अठावरी, खीर व हलवा बनाकर पूजन सामग्री की तैयारी की गई। वहीं समूह के रूप में कथा का श्रवण भी किया। रात को चांद निकलने पर छत पर छलनी के सहारे पति का चेहरा देखकर चांद का दीदार किया। पति ने अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाकर उपवास खुलवाया। कई महिलाओं ने पंडितों के सान्निध्य में विधिविधान व पूजा-अर्चना के साथ उद्यापन किया।
सुमेरपुर। करवा चौथ नगर समेत ग्रामीण इलाके में उत्साह व पंरपरागत तरीके से मनाया गया। सुहागिनों ने पूजन के साथ व्रत का संकल्प लिया। इस मौके पर महिलाओं ने निर्जला उपवास भी रखा। इस दौरान घर की दीवारों पर गेरु मिट्टी से फलक की आकृति बनाई गई। भीगे हुए चावल को पीसकर घोल से फलक पर करवा का चित्र बनाया गया। आठ पूरियों की अठावरी, खीर व हलवा बनाकर पूजन सामग्री की तैयारी की गई। वहीं समूह के रूप में कथा का श्रवण भी किया। रात को चांद निकलने पर छत पर छलनी के सहारे पति का चेहरा देखकर चांद का दीदार किया। पति ने अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाकर उपवास खुलवाया। कई महिलाओं ने पंडितों के सान्निध्य में विधिविधान व पूजा-अर्चना के साथ उद्यापन किया।
छलनी से चेहरा देख खोला व्रत
बाली/फालना। नगर एवं समूचे क्षेत्र में करवा चौथ का त्योहार महिलाओं ने अपने सुहाग की रक्षा के लिए व्रत व पूजन कर मनाया। इस दौरान दिनभर भूखे व प्यासे रहकर पति की दीर्घायु होने की कामना की। चांद के उगने पर चन्द्रमा की पूजा-अर्चना कर पति का छलनी से चेहरा देख कर व्रत खोला।
बाली/फालना। नगर एवं समूचे क्षेत्र में करवा चौथ का त्योहार महिलाओं ने अपने सुहाग की रक्षा के लिए व्रत व पूजन कर मनाया। इस दौरान दिनभर भूखे व प्यासे रहकर पति की दीर्घायु होने की कामना की। चांद के उगने पर चन्द्रमा की पूजा-अर्चना कर पति का छलनी से चेहरा देख कर व्रत खोला।
कथा का किया श्रवण
बाबरा। कस्बे सहित क्षेत्र में करवा चौथ पर सुहागिनों पति के दीर्घायु को लेकर चौथ माता का व्रत रख कथा का श्रवण कर पूजन किया। दिनभर निराहार रहकर रात में चंद्र दर्शन कर पति का चेहरा देखकर व्रत खोला।
बाबरा। कस्बे सहित क्षेत्र में करवा चौथ पर सुहागिनों पति के दीर्घायु को लेकर चौथ माता का व्रत रख कथा का श्रवण कर पूजन किया। दिनभर निराहार रहकर रात में चंद्र दर्शन कर पति का चेहरा देखकर व्रत खोला।
जैतारण। जैतारण क्षेत्र में करवा चौथ महिलाओं ने परम्परागत तरीके से मनाया। महिलाओं ने व्रत रखे। चांद को अघ्र्य देकर पति के दीर्घायुव परिवार की खुशहाली की कामना की गई। स्वांग रचकर सुहागिनों ने चौथ माता का पूजन किया। सुहागिनों ने चांद दिखने पर जल ग्रहण कर व्रत खोला।