देश भर में 22वीं रैंक हासिल की पाली. सोजत तहसील के छोटे से गांव नया गांव का अशोक सेवदा कश्मीर सीमा पर सैनिकों की टुकड़ी के साथ अब देश की सीमाओं की रक्षा करेगा। अशोक हाल ही में देहरादून से लेफ्टिनेंट की ट्रेनिंग पूरी कर गांव पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने स्वागत किया। सोजत तहसील के नया गांव (चौपड़ा) निवासी अशोक सेवदा (23) पुत्र लक्ष्मणराम सेवदा (जाट) ने 10वीं तक स्कूली शिक्षा चाड़वास गांव में पूरी की। उसके बाद जोधपुर से 12वीं 80 प्रतिशत से अधिक अंकों से उत्तीर्ण कर बी-टेक किया। अशोक ने बताया कि सेना में भर्ती होना उनका सपना था। मौका मिला तो दोस्तों के साथ मिलकर मार्च 2016 में आवेदन किया। इलाहाबाद में पांच दिन का साक्षात्कार दिया, जिसमें देश भर से करीब साढ़े चार लाख युवाओं ने भाग्य आजमाया था। कुछ दिनों बाद जब परिणाम आया, जिसमें अशोक ने देश भर में 22वीं रैंक हासिल की। जुलाई 2016 को देहरादून ट्रेनिंग पर गए। हाल में 18 माह की ट्रेनिंग पूरी कर गांव पहुंचे। गांव के बेटे के सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर ग्रामीणों ने खुशी जताई। लेफ्टिनेंट अशोक ने बताया कि जनवरी 2018 में कश्मीर में ड्यूटी ज्वाइन करेंगे। जहां उसके नेतृत्व में सात सौ से अधिक जवान तैनात रहेंगे।
पिता किसान तो मां गृहिणी सदर थाने में तैनात उसकी बहन कांस्टेबल किरण जाट ने बताया कि अशोक के पिता लक्ष्मणराम किसान है जो गांव में ही कृषि का कार्य करते है। मां अनपढ़ है, जो घर का काम-काज देखती है। भाई गणपत बीएड कर रहा है।
युवा लक्ष्य के साथ आगे बढ़ें लेफ्टिनेंट अशोक का कहना है कि युवाओं को लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढऩा चाहिए। जिस क्षेत्र में रुचि है उसे ही जीवन यापन का साधन बनाना चाहिए। सोशल मीडिया पर समय व्यर्थ गंवाने की अपेक्षा पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए।