जिला मुख्यालय के साथ ही रायपुर व बाली में जिला आरोग्य चल इकाई ( मोबाइल वाहन ) की व्यवस्था थी। लेकिन कर्मचारियों के पद रिक्त होने के कारण जिला आरोग्य चल इकाई बंद पड़ी है। जिला मुख्यालय पर जरूर चल इकाई थोड़ा बहुत काम कर रही है। पशुपालन विभाग में अधिकारियों के पास जिले का दौरा करने के लिए एक भी वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस कारण जिला आरोग्य चल इकाई के वाहन को ही काम में ले रहे है। रायपुर व बाली में जिला आरोग्य चल इकाई पूरी तरह से बंद है।
रायपुर व बाली तहसील का अधिकांश इलाका पहाड़ी क्षेत्र है। लोग पहाड़ी इलाकों में ही रहते है। बाली में आदिवासी बाहुल क्षेत्र है। इन इलाकों में मोबाइल वाहन से ही पशुओं का इलाज संभव है। रायपुर भी मगरा क्षेत्र है। यहां के लोग भी पहाड़ी इलाकों में रहते है। पहाड़ी में रहने वाले पशुपालकों को सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का काई विशेष फायदा नहीं मिल पा रहा है।
जिले में तीनों जिला आरोग्य चल इकाई में पद रिक्त है। इस कारण चल इकाई बंद है। लेकिन जिला मुख्यालय पर आरोग्य चल इकाई में डॉक्टर व कर्मचारी की व्यवस्था कर रखी है, जिससे जिले में जहां पर जरूरत होती है। वहां पर इस मोबाइल वाहन को भेजते है। –डॉ. चक्रधारी गौतम, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग पाली