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Lok Sabha Elections 2019 : जानिए…वो कौनसे प्रधानमंत्री थे जिनको मतदाताओं ने कराया था अपनी ताकत का अहसास, पीएम रहते हार गए थे चुनाव

locationपालीPublished: Apr 19, 2019 12:20:03 pm

Submitted by:

rajendra denok

Lok Sabha Elections 2019 :

Lok Sabha Elections 2019

Lok Sabha Elections 2019 : जानिए…वो कौनसे प्रधानमंत्री थे जिनको मतदाताओं ने कराया था अपनी ताकत का अहसास

पाली. लोकतंत्र में वोट की कोई कीमत नहीं लगा सकता। यानि वोट अनमोल होता है। भारतीय राजनीति के कई सियासी धुरंधरों को मतदाताओं ने अपनी इस ताकत का अहसास कराया भी है। यही कारण है कि अपने वक्त की सर्वाधिक ताकतवर नेता रहीं इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री रहते हुए मतदाताओं ने नकार दिया था। कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी भी एक वोट से चुनाव हार गए थे। प्रधानमंत्री रहते हुए केवल इंदिरा गांधी ही 1977 में चुनाव नहीं हारीं थी, बल्कि मारवाड़-गोडवाड़ में राजतंत्र के दो प्रधानमंत्री भी लोकतंत्र की संसद में जाने का जनादेश नहीं जुटा पाए थे। पूरे भारत में 489 सीटों के लिए वर्ष 1951 में हुए लोकसभा चुनाव में मुम्बई उत्तर सीटी से शिड्यूल कास्ट फैडरेशन पार्टी से डॉ. भीमराव अम्बेडकर का हारना भी चर्चा का विषय बना था। वहीं राजस्थान में मारवाड़ व सिरोही स्टेट के तत्कालीन प्रधानमंत्रियों का लोकसभा व विधानसभा में नहीं पहुंच पाना भी अचरज का विषय रहा था।
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अजीतसिंह से हार गए थे भट्ट

सिरोही स्टेट से प्रधानमंत्री रहे गोकुलभाई भट्ट सिरोही-पाली लोकसभा सीट से कांग्रेस के बैनर तले चुनाव हार गए थे। उन्हें निर्दलीय अजीतसिंह ने 62 हजार 845 मतों से शिकस्त दी थी।
मारवाड़ स्टेट के प्रधानमंत्री भी हारे थे
राजस्थान की पहली विधानसभा के लिए मुख्यमंत्री पद के दावेदार जयनारायण व्यास जोधपुर बी सीट से चुनाव हार गए थे। उन्हें तत्कालीन महाराजा हनुवंतसिंह ने 8627 मतों से हराया था। हनुवंतसिंह को 18066 वोट मिले थे, जबकि व्यास को 17.48 मतों से ही संतोष करना पड़ा था। जयनारायण व्यास के चुनाव हारने से टीकाराम पालीवाल को मुख्यमंत्री बनाया गया था। 1952 में किशनगढ़ से 737 वोटों से जीतने वाले चांदमल को स्तीफा दिलाकर व्यास को पुन: चुनाव लड़ाया गया। फिर वे मुख्यमंत्री बन पाए।
इंदिरा गांधी भी हारीं थीं
चुनाव स्वतंत्र भारत में प्रधानमंत्री रहते हुए अब तक श्रीमती इंदिरा गांधी ही चुनाव हारीं है। आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनावों में उन्होंने रायबरेली सीट से चुनाव लड़ा था। भारतीय लोकदल के राजनारायण ने 55 हजार 202 वोटों से इंदिरा गांधी को पराजित किया।

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