किसानोंं ने बताया कि सब्जियों की बाडीनुमा फसल में नुकसान के बाद सब्जियों का उत्पादन ही समाप्त हो गया। इससे वे ब्यावर मंडी में बैंगन, टमाटर, लौकी जैसी सब्जियां नहीं ले जा रहे हैं। किसानों ने पाला पडऩे से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की है।
बाबरा, प्रतापगढ़, सुमेल, रातडिय़ा ग्राम पंचायत के कृषि पर्यवेक्षक रामसिंह राठौड़ 31 दिसम्बर 2019 को सेवानिवृत हो गए। सेवानिवृत होने से पहले भी बाबरा पंचायत क्षेत्र में राठौड़ कार्यवाहक के तौर पर कार्य देखते थे। इनके सेवानिवृत होने से इन पंचायत क्षेत्र का कार्यभार अब सेन्दड़ा कृषि पर्यवेक्षक के पास आ गया है। सूत्रों की माने से सेन्दड़ा कृषि पर्यवेक्षक के पास अब एक दर्जन पंचायतों के हजारों किसानों को गांव-गांव घूमकर कृषि संबंधी सलाह देने का कार्य भार पड़ रहा है। इससे किसानों के सामने तो और संकट हो गया है।