शहर के समीप गिरादड़ा दयालपुरा में होली के अवसर पर झूला (हिण्डा ) एकादशी पर धमचक शुरू हो गई। इस अवसर पर ग्रामीणों ने चंग बजाकर फाग गीत गाए और खूब जमकर नाचे। वहीं महिलाओं ने भी होली के लूर गीत गाकर नाचते हुए खूब धमचक की। इस अवसर पर रूघाराम,राणाराम,गंगादेवी,सायरी देवी,सुकली देवी,गीता देवी, चौथाराम पटेल नेमाराम पटेल और बाबूलाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।
शहर के समीप गिरादड़ा दयालपुरा में होली के अवसर पर झूला (हिण्डा ) एकादशी पर धमचक शुरू हो गई। इस अवसर पर ग्रामीणों ने चंग बजाकर फाग गीत गाए और खूब जमकर नाचे। वहीं महिलाओं ने भी होली के लूर गीत गाकर नाचते हुए खूब धमचक की। इस अवसर पर रूघाराम,राणाराम,गंगादेवी,सायरी देवी,सुकली देवी,गीता देवी, चौथाराम पटेल नेमाराम पटेल और बाबूलाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।
शहर के समीप गिरादड़ा दयालपुरा में होली के अवसर पर झूला (हिण्डा ) एकादशी पर धमचक शुरू हो गई। इस अवसर पर ग्रामीणों ने चंग बजाकर फाग गीत गाए और खूब जमकर नाचे। वहीं महिलाओं ने भी होली के लूर गीत गाकर नाचते हुए खूब धमचक की। इस अवसर पर रूघाराम,राणाराम,गंगादेवी,सायरी देवी,सुकली देवी,गीता देवी, चौथाराम पटेल नेमाराम पटेल और बाबूलाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।
शहर के समीप गिरादड़ा दयालपुरा में होली के अवसर पर झूला (हिण्डा ) एकादशी पर धमचक शुरू हो गई। इस अवसर पर ग्रामीणों ने चंग बजाकर फाग गीत गाए और खूब जमकर नाचे। वहीं महिलाओं ने भी होली के लूर गीत गाकर नाचते हुए खूब धमचक की। इस अवसर पर रूघाराम,राणाराम,गंगादेवी,सायरी देवी,सुकली देवी,गीता देवी, चौथाराम पटेल नेमाराम पटेल और बाबूलाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।