समाज भवन क्वॉरंटीन सेंटर के लिए सौंपे
माहेश्वरी समाज सेवा कार्यों में कभी पीछे नहीं रहता। जब भी आवश्यकता होती है समाज पूरा सहयोग करता है। कोरोना महामारी के दौरान भी समाज भवन क्वॉरंटीन सेंटर के लिए जिला प्रशासन को सौंपा गया। इसके अलावा भी कई संस्थाओं में समाज के व्यक्ति ने बढ़चढ़ कर योगदान दिया। –मधुसूदन लाखोटिया, अध्यक्ष, माहेश्वरी समाज
माहेश्वरी समाज सेवा कार्यों में कभी पीछे नहीं रहता। जब भी आवश्यकता होती है समाज पूरा सहयोग करता है। कोरोना महामारी के दौरान भी समाज भवन क्वॉरंटीन सेंटर के लिए जिला प्रशासन को सौंपा गया। इसके अलावा भी कई संस्थाओं में समाज के व्यक्ति ने बढ़चढ़ कर योगदान दिया। –मधुसूदन लाखोटिया, अध्यक्ष, माहेश्वरी समाज
कोरोना योद्धाओं को भोजन करा रहे
जरूरतमंदों को खाद्यान वितरण हो या चिकित्साकर्मियों को नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराना, सभी जगह सहयोग कर रहे हैं। राम रसोड़ा और सेवा समिति के माध्यम से भी सेवा में जुटे हुए हैं। महामारी से पूरी दुनिया त्रस्त है। महामारियां तो पहले भी आई है, लेकिन कोराना जैसी कभी नहीं। –प्रमोद जैथलिया, सेवा समिति
जरूरतमंदों को खाद्यान वितरण हो या चिकित्साकर्मियों को नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराना, सभी जगह सहयोग कर रहे हैं। राम रसोड़ा और सेवा समिति के माध्यम से भी सेवा में जुटे हुए हैं। महामारी से पूरी दुनिया त्रस्त है। महामारियां तो पहले भी आई है, लेकिन कोराना जैसी कभी नहीं। –प्रमोद जैथलिया, सेवा समिति
समाज में कई बदलाव आए
कोरोना महामारी के बाद समाज में कई तरह के सकारात्मक बदलाव भी है। यह समय की मांग है, लेकिन परिवर्तन नियमित रूप से रहेंगे तभी इसका फायदा मिलेगा। महज दिखावे में शादियां और समारोह खर्चीले हो गए। अब ऐसे खर्चों पर रोक लगाने के लिए हमें आगे आना चाहिए। –देवकीनंदन भंडारी, प्रवक्ता, माहेश्वरी समाज
कोरोना महामारी के बाद समाज में कई तरह के सकारात्मक बदलाव भी है। यह समय की मांग है, लेकिन परिवर्तन नियमित रूप से रहेंगे तभी इसका फायदा मिलेगा। महज दिखावे में शादियां और समारोह खर्चीले हो गए। अब ऐसे खर्चों पर रोक लगाने के लिए हमें आगे आना चाहिए। –देवकीनंदन भंडारी, प्रवक्ता, माहेश्वरी समाज
सेवा में जुटे हुए
लॉकडाउन का समय कई मायनों में अच्छा भी निकला। परिवार के साथ समय बिताया। समाज की सेवा का अवसर भी मिला। माहेश्वरी समाज ने जहां भी जरूरत पड़ी, बिना किसी दिखावा किए जरूरतमंदों की सेवा की है। संक्रमण से बचाव के लिए खाद्य और मास्क का वितरण किया। –लक्ष्मीकांत लाहोटी, कोषाध्यक्ष, माहेश्वरी समाज
लॉकडाउन का समय कई मायनों में अच्छा भी निकला। परिवार के साथ समय बिताया। समाज की सेवा का अवसर भी मिला। माहेश्वरी समाज ने जहां भी जरूरत पड़ी, बिना किसी दिखावा किए जरूरतमंदों की सेवा की है। संक्रमण से बचाव के लिए खाद्य और मास्क का वितरण किया। –लक्ष्मीकांत लाहोटी, कोषाध्यक्ष, माहेश्वरी समाज
हरसंभव मदद को तैयार
माहेश्वरी समाज ने भरपुर सहयोग किया है। जरूरतमंदों की मदद करना हो चाहे जिला प्रशासन का सहयोग, समाज ने कोई कमी नहीं रखी। कोरोना महामारी के दौर में हमारी पुरातन संस्कृति भी जीवंत हुई है। बच्चों को कई तरह से संस्कार सीखने को मिले। परिवार का मूल्य समझ आया। –शरद कालानी, सीए
माहेश्वरी समाज ने भरपुर सहयोग किया है। जरूरतमंदों की मदद करना हो चाहे जिला प्रशासन का सहयोग, समाज ने कोई कमी नहीं रखी। कोरोना महामारी के दौर में हमारी पुरातन संस्कृति भी जीवंत हुई है। बच्चों को कई तरह से संस्कार सीखने को मिले। परिवार का मूल्य समझ आया। –शरद कालानी, सीए
समाजसेवा को समर्पित रहा लॉकडाउन
लॉकडाउन को समाजसेवा के लिए समर्पित किया। विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर दो माह से सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं। सामाजिक रूप से भी भरपुर मदद की है। समाज के भवन क्वॉरंटीन सेंटर के लिए दिया है। इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से भी समाज के सभी बंधु हरसंभव मदद के लिए तैयार रहते हैं। –ताराचंद टावरी, महामंत्री, माहेश्वरी समाज
लॉकडाउन को समाजसेवा के लिए समर्पित किया। विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर दो माह से सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं। सामाजिक रूप से भी भरपुर मदद की है। समाज के भवन क्वॉरंटीन सेंटर के लिए दिया है। इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से भी समाज के सभी बंधु हरसंभव मदद के लिए तैयार रहते हैं। –ताराचंद टावरी, महामंत्री, माहेश्वरी समाज
सभी का दायित्व
मानवता की सेवा में सभी को बढ़चढ़ कर भागीदारी निभानी चाहिए। यह हमारा परम दायित्व है। कोरोना जैसी महामारी में यह सिद्ध किया है। सभी समाज सेवा में जुटे हुए हैं। माहेश्वर समाज के लोगों ने भी समय-समय पर अपनी भागीदारी निभाई है। कोरोना को एकजुटता से ही हराएंगे। –दिलीपकुमार सारड़ा, उद्योगपति
मानवता की सेवा में सभी को बढ़चढ़ कर भागीदारी निभानी चाहिए। यह हमारा परम दायित्व है। कोरोना जैसी महामारी में यह सिद्ध किया है। सभी समाज सेवा में जुटे हुए हैं। माहेश्वर समाज के लोगों ने भी समय-समय पर अपनी भागीदारी निभाई है। कोरोना को एकजुटता से ही हराएंगे। –दिलीपकुमार सारड़ा, उद्योगपति
जिम्मेदारी अब ज्यादा बड़ी
कोरोनाकाल से भी ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी अब आएगी। लॉकडाउन के कारण सभी काम-धंधे ठप है। रोजगार खत्म हो गए हैं। ऐसे में अब हमें यह सोचना है कि लोगों को दोबोरा कैसे रोजगार मिले। इसके लिए तैयारी करनी होगी। सभी को एकजुट हो भविष्य की चुनौति से भी पार पाना होगा। –सुशील कोठारी, सीए
कोरोनाकाल से भी ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी अब आएगी। लॉकडाउन के कारण सभी काम-धंधे ठप है। रोजगार खत्म हो गए हैं। ऐसे में अब हमें यह सोचना है कि लोगों को दोबोरा कैसे रोजगार मिले। इसके लिए तैयारी करनी होगी। सभी को एकजुट हो भविष्य की चुनौति से भी पार पाना होगा। –सुशील कोठारी, सीए