महिला ने डॉट सेंटर मुंबई को फोन लगाया। तब मुंबई के कोर्डिनेटर ने डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट राजस्थान से सम्पर्क स्थापित किया। उन्होंने वहां से टीबी क्लीनिक पाली को मरीज के बारे में सूचना दी। वहां पर जिला क्षय अधिकारी एवं डीटीसी पाली ने जैतारण ब्लॉक की टीबी यूनिट निमाज को मरीज की सूचना देकर निमाज तक दवाइयां उपलब्ध करवाई। जहां से महिला, पाली व मुम्बई से संवाद स्थापित किया गया। बाद में बीसीएमओ डॉ. ओमप्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार टीबी यूनिट के एसटीएस अब्दुल मन्नान ने साठ किलोमीटर दूर कुडक़ी पहुंच महिला मरीज को दवाइयां उपलब्ध कराई, साथ ही महिला को दवाइयों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
महिला के भाई ने बताया कि दवाइयां खत्म होने पर हमारी चिंता बढ़ गई, लेकिन समय रहते चिकित्सा विभाग ने निमाज से यहां दवाइयां उपलब्ध कराई। चिकित्सक व चिकित्सा विभाग वाकई धन्यवाद का पात्र है।
एसटीएस ने बताया कि महिला को 20 दिन की दवाइयां उपलब्ध करवाई गई है । अगर 20 दिनों बाद भी महिला को दवाइयों की जरूरत पड़ी तो निर्देशानुसार महिला को दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएंगी।